Soumya Murder Case : पत्रकार सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड में फैसला आज, गोली मारकर की थी हत्या

नई दिल्ली Soumya Vishwanathan Murder Case : दिल्ली की कोर्ट बुधवार को नामी कंपनी में कार्यरत सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड में अपना फैसला सुनाएगी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। अब 15 वर्ष बाद सौम्या विश्वनाथन की हत्या में कोर्ट का फैसला आएगा।
यहां पर बता दें कि सोम्या विश्वनाथन की 30 सितंबर, 2008 को उस दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह काम खत्म कर अपनी निजी कार से घर लौट रही थीं। पुलिस जांच में पाया गया कि सौम्या की हत्या लूट के इरादों से की गई थी। यह अलग बात है कि शुरुआती जांच में कई दिनों तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल पाया था।
7 महीने बाद हुई गिरफ्तारी
जांच की कड़ी में 7 महीने बाद दिल्ली पुलिस को इस हत्याकांड में सफलता मिली थी और मार्च, 2009 में आरोपी रवि कपूर, अमित शुक्ला के धर दबोचा गया। इसके बाद बलजीत मलिक, अजय कुमार और अजय सेठी को गिरफ्तार किया था।
पत्रकार से मामला जुड़ा होने के चलते दिल्ली पुलिस ने हत्याकांड के इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया था।
यहां पर बता दें कि दिल्ली के नामी टेलीविजन चैनल में कार्यरत सौम्या विश्वनाथन की हत्या 30 सितंबर को रात में नेल्सन मंडेला मार्ग पर की गई थी, वजह कार से वापस घर जा रही थीं। सौम्या की हत्या गोली मार कर की गई थी और उनका शव कार में मिला था।
शुरुआत में माना गया कि उनकी मौत एक हादसा भी हो सकती है, लेकिन फॉरेंसिक जांच से यह थ्योरी सवालों के घेरे में आ गई, क्योंकि सौम्या के सिर में गोली लगी थी और इसी वजह से उनकी जान भी गई थी। पोस्टमार्टम के बाद जांच में नया मोड़ आ गया।
मार्च, 2009 में दिल्ली पुलिस ने रवि कपूर और अमित शुक्ला को गिरफ्तार किया, जो बीपीओ कर्मचारी जिगिशा घोष हत्याकांड में आरोपी थे। पूछताछ में इन्होंने यानी रवि कपूर और अमित शुक्ला ने बताया कि उन्होंने ही सौम्या की हत्या की। इसके बाद 6 फरवरी, 2010 को रवि कपूर, बलजीत सिंह, अमित शुक्ला, अजय कुमार और अजय सेठी को गिरफ्तार कर लिया गया।




