
Kanpur Jail News : यूपी की कानपुर जेल से दोस्त की हत्या के आरोपी असरुद्दीन ने प्रशासन को चकमा देकर फरार होने में सफलता हासिल कर ली। सीसीटीवी फुटेज में वह गंगा किनारे वाली बाहरी दीवार फांदते हुए दिखा। घटना के बाद डीजी जेल ने लापरवाही बरतने पर जेलर, डिप्टी जेलर और दो हेड वार्डनों को निलंबित कर दिया। जांच का जिम्मा डीआईजी जेल प्रदीप गुप्ता को सौंपा गया है।
पत्नी से अफेयर के शक में किया था कत्ल
असरुद्दीन ने पिछले साल 8 जनवरी को पत्नी से अफेयर के शक में दोस्त इस्माइल की हत्या कर दी थी। पुलिस ने 14 जनवरी को उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वह 19 महीने से जेल में बंद था और 14 अगस्त को उसकी कोर्ट में पेशी होनी थी।
ऐसे दी जेल से चकमा
जांच में सामने आया कि असरुद्दीन ने जेल के अंदर एक सप्ताह तक रेकी की। 20 फीट ऊंची दीवार के बजाय जेलर कार्यालय के पास की कम ऊंचाई वाली दीवार को चुना। वह राशन गोदाम में बोरियों के पीछे छिपा, फिर डिब्बों के सहारे टिन शेड और उसके बाद जेलर ऑफिस की छत पर पहुंचा। वहां से शौचालय की छत पर उतरा और पानी की टंकी के पाइप से नीचे आकर गंगा किनारे होते हुए भाग निकला।
पुलिस ने घेरा कसा, असोम में भी दबिश
फरारी के बाद बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और जाजमऊ के ताड़बगिया इलाके में पुलिस बल तैनात किया गया। आरोपी के असोम स्थित पैतृक घर पर भी सिविल ड्रेस में टीम भेजी गई।
लापरवाही पर कार्रवाई
महानिदेशक कारागार ने जेलर मनीष कुमार, डिप्टी जेलर रंजीत यादव, हेड वार्डन नवीन मिश्रा और दिलशाद खां को निलंबित कर दिया है। डीआईजी जेल एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगे।
जेल की सुरक्षा सख्त
कानपुर जेल में कई बड़े अपराधी बंद हैं, जिनमें वकील अखिलेश दुबे, हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा गैंग, यूसुफ चटनी और सनी मौरंग शामिल हैं। घटना के बाद बंदीरक्षकों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।