Chhath Puja : छठ महापर्व की शुरुआत, जानिए क्यों गन्ना है छठी मैया का प्रिय फल और सेहत के लिए वरदान

नई दिल्ली – आज से पूरे देश में छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है। दिवाली के समापन के बाद बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के कई हिस्सों में इस पर्व की तैयारी जोरों पर होती है। यह पर्व न केवल आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि इसमें छिपे वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक महत्व के कारण भी बेहद खास माना जाता है।
छठ में सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है और छठी मैया की पूजा की जाती है। इस अनुष्ठान में गन्ना (Sugarcane) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। कहा जाता है कि गन्ना छठी मैया का प्रिय फल है। लेकिन इसके धार्मिक महत्व के साथ-साथ इसके स्वास्थ्य लाभ भी किसी वरदान से कम नहीं हैं।
गन्ना: ऊर्जा, शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक
गन्ने को भारतीय संस्कृति में ऊर्जा, पवित्रता और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। आयुर्वेद में इसे औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है। वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो गन्ना शरीर को ऊर्जा देने, लिवर की सफाई करने और पाचन को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है।
आयुर्वेद में कहा गया है — “गन्ना शरीर को शुद्ध करता है और मन को प्रसन्न।”
1. शरीर को देता है तुरंत एनर्जी
गन्ने में प्राकृतिक शर्करा (Natural Sugar) होती है, जो शरीर को तुरंत ग्लूकोज और एनर्जी प्रदान करती है।
गन्ने का रस पीने या गन्ना चबाने से शरीर की थकान और कमजोरी दूर होती है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
गर्मी के मौसम में यह शरीर के तापमान को संतुलित करने में भी मदद करता है।
2. लिवर के लिए वरदान
गन्ने में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
यह शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है और पीलिया (Jaundice) जैसी बीमारियों से बचाव करता है।
आयुर्वेद में गन्ने को नेचुरल लिवर क्लेंज़र कहा गया है, जो लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और संपूर्ण डिटॉक्स में मददगार होता है।
3. पाचन तंत्र को रखता है मजबूत
गन्ने में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो पाचन को सुचारू बनाता है।
इसे चबाने के दौरान निकलने वाली लार पेट के एसिड लेवल को बैलेंस करती है, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
इसलिए छठ के व्रत के बाद गन्ने का सेवन पाचन तंत्र को आराम देता है और भूख को नियंत्रित रखता है।
4. यूरिन संबंधी समस्याओं में राहत
गन्ना मूत्र संबंधी परेशानियों में भी लाभकारी है।
यदि किसी को जलन, संक्रमण या बार-बार पेशाब आने की समस्या है, तो गन्ने का रस राहत प्रदान कर सकता है।
यह शरीर में लिक्विड बैलेंस बनाए रखता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
साथ ही, यह सर्दी-जुकाम और थकान जैसी मौसमी बीमारियों से भी बचाव करता है।
धार्मिक आस्था और वैज्ञानिक महत्व का संगम
छठ महापर्व इस बात का प्रतीक है कि भारतीय संस्कृति में धर्म और विज्ञान का गहरा संबंध है।
गन्ना केवल छठी मैया की भेंट नहीं, बल्कि यह स्वास्थ्य, समृद्धि और ऊर्जा का स्रोत भी है।
इसलिए जब श्रद्धालु छठ के प्रसाद में गन्ना अर्पित करते हैं, तो वे केवल धार्मिक कर्म नहीं, बल्कि प्रकृति के इस अमूल्य वरदान का भी आभार व्यक्त करते हैं।
“छठ महापर्व सूर्य देव और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का पर्व है। गन्ना इस पर्व का अभिन्न हिस्सा होने के साथ-साथ शरीर और मन दोनों के लिए लाभकारी है। इस छठ पर्व पर गन्ने का सेवन करें, छठी मैया का आशीर्वाद लें और स्वस्थ, ऊर्जावान जीवन की कामना करे”




