जयपुर – राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। राजस्थान में कांग्रेस के दिग्गज जाट नेता रहे नाथूराम मिर्धा की पोती व पूर्व कांग्रेस सांसद ज्योति मिर्धा एवं सवाई सिंह चौधरी ने बीजेपी के दामन को थाम लिया है। सोमवार 11 सितंबर को दिल्ली में राजस्थान के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में दोनों नेता बीजेपी में शामिल हुए।
कांग्रेस छोड़ ज्योति मिर्धा ने BJP का थामा दामन
कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं का जाट समुदाय में दबदबा है। इसलिए दोनों नेताओं का चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो जाना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इसे जाट बाहुल्य इलाके में बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है। जबकि इस बड़े सियासी उलटफेर के बाद RLP प्रमुख हनुमान बेनीवाल की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है।
BJP में शामिल होने पर कांग्रेस को लगा बड़ा झटका
इस साल के अंतिम महीने में राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव होने वाला है। चुनाव से ठीक पहले राज्य में इस तरह के सियासी उलटफेर के बाद सियासत गरमाई गई है। दरअसल मिर्धा परिवार कई दशकों से कांग्रेस का सहयोगी रहा है। लेकिन अब अचानक मिर्धा परिवार से ताल्लुक रखने वाली ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गई है। इसे लेकर राजस्थान के सियासत में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस को इससे बड़ा झटका लगा है।
नेताओं के BJP में शामिल होने पर मचा सियासी घमासान
इन दोनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने से ना सिर्फ नागौर की सियासत पर असर पड़ेगा। बल्कि राजस्थान के जाट बाहुल्य इलाकों में भी इसका असर देखने को मिलेगा। हनुमान बेनीवाल के खिलाफ चुनाव में खड़ी होकर पहले भी ज्योति मिर्धा ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर चुकी हैं। अब एक बार फिर से ज्योति मिर्धा ने हनुमान बेनीवाल के लिए नागौर एवं खासकर खींवसर में चुनौती का टक्कर दे सकती है।