नई दिल्ली – आगामी 15 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहा है। हिंदुओं में नवरात्र के दौरान प्रॉपर्टी खरीदना और अन्य शुभ कार्य करना अच्छा माना जाता है। ऐसे में दिल्ली-NCR समेत देश के चुनिंदा शहरों में प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं या फिर प्लान कर रहे हैं तो यह खबर जरूर पढ़ें।
वैश्विक रियल एस्टेट कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रॉपर्टी खरीद में इजाफा होने के चलते देश के 8 बड़े शहरों में जुलाई-सितंबर के दौरान आवासों की बिक्री में 12 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही यह बढ़कर 82,612 इकाई हो गई है।ये तिमाही बिक्री में छह साल का उच्चतम स्तर है। यह भी बता दें कि यह आंकड़े सालाना आधार पर हैं। यहां पर यह बता देना जरूरी है कि एक वर्ष पहले की समान अवधि में देश के 8 प्रमुख शहरों में आवासों की बिक्री 73,691 इकाई थी।
दिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी खरीद में जबरदस्त इजाफा
नाइट फ्रैंक के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में आवासों की बिक्री में 27 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है और यह 11,014 इकाई से बढ़कर 13,981 इकाई हो गई है। यह सरकारी खजानों के लिए अच्छी बात है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ही संपत्ति की खरीद में बढ़ोतरी हुई है। मुंबई में जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान आवासों की बिक्री 4 प्रतिशत बढ़कर 22,308 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 21,450 इकाई थी। दिल्ली-एनसीआर में 27 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है।
बेंगलुरू में मामूली इजाफा
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 13,013 इकाइयों से मामूली बढ़कर 13,169 इकाई हो गई, जबकि मुंबई से सटे पुणे में आवासों की बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 10,899 इकाइयों से 13,079 इकाई हो गई।
हैदराबाद में भी देखी गई बढ़ोतरी
तेलंगाना की राजधानी में हैदराबाद में आवास बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 7,900 इकाइयों से 8,325 इकाई हो गई और हैदराबाद में आवासों की कीमतों में साल-दर-साल 11 प्रतिशत की सबसे बड़ी बढ़ोतरी देखी गई। वहीं, अहमदाबाद में आवास बिक्री छह प्रतिशत बढ़कर 3,887 इकाइयों से 4,108 इकाई हो गई।
कोलकाता में दोगुना इजाफा
चेन्नई में बिक्री पांच प्रतिशत बढ़कर 3,685 इकाइयों से 3,870 इकाइयों पर पहुंच गई, जबकि कोलकाता में आवास बिक्री दो गुना से ज्यादा बढ़कर 1,843 इकाइयों से 3,772 इकाइयों पर पहुंच गई। आवासीय संपत्तियों की कीमतें कोलकाता में सात प्रतिशत, बेंगलुरू और मुंबई में छह प्रतिशत, पुणे में पांच प्रतिशत, अहमदाबाद और दिल्ली-एनसीआर में चार प्रतिशत और चेन्नई में तीन प्रतिशत बढ़ीं हैं।