
लखनऊ। संविधान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन के सभागार में आयोजित भव्य समारोह में कहा कि लोकतंत्र केवल संविधान की किताबों में दर्ज शब्दों से नहीं, बल्कि नागरिकों की सोच, संस्कार और कर्तव्यभाव से मजबूत होता है।
हजारों लोगों की उपस्थिति में सीएम योगी ने संविधान की उद्देशिका (Preamble) का सामूहिक सशपथ पाठन कराया। पूरा सभागार संविधान की ध्वनि से गूंज उठा।
संविधान दिवस कार्यक्रम की शुरुआत: भारत माता और बाबा साहेब को श्रद्धांजलि
कार्यक्रम की शुरुआत:
- भारत माता
- बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर
के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई।
इस दौरान संविधान निर्माण पर आधारित लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसने पूरे सभागार को देश के महान लोकतांत्रिक इतिहास की याद दिलाई।
सीएम योगी ने प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया।
“कर्तव्य के बिना अधिकार संभव नहीं” — सीएम योगी का संदेश
योगी आदित्यनाथ ने कहा:
“अधिकार मांगना आसान है, लेकिन लोकतंत्र तब मजबूत होता है जब नागरिक अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करते हैं।”
उन्होंने कहा कि:
- आज आज़ादी को हासिल हुए 75 साल से अधिक हो चुके हैं
- लेकिन आज की पीढ़ी ने स्वतंत्रता संग्राम का दर्द और संघर्ष नहीं देखा
- इसलिए अधिकारों और कर्तव्यों का संतुलन समझना आवश्यक है
सीएम ने कहा कि कर्तव्य निभाने की आदत ही अधिकारों को सुरक्षित रखती है।
‘विकसित भारत’ और पंचप्रण पर जोर
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत’ लक्ष्य का उल्लेख करते हुए कहा कि 2047 तक भारत को:
- आत्मनिर्भर
- सशक्त
- और वैश्विक नेतृत्व करने वाला देश
बनाना है।
इसके लिए हर नागरिक को पंचप्रण अपनाने होंगे—
- गुलामी की मानसिकता से मुक्ति
- विरासत पर गर्व
- एकता और समता की भावना
- कर्तव्य पालन
- देशहित को सर्वोपरि रखना
योगी ने कहा कि इन संकल्पों के साथ भारत अगले 25 साल में दुनिया की प्रमुख शक्ति बन सकता है।
“एक व्यक्ति की गलती का बोझ पूरे सिस्टम पर न डालें”
कार्यक्रम में सीएम योगी ने यह भी कहा:
“अगर कोई व्यक्ति गलती करता है तो उसे सुधारने का मौका देना चाहिए। पूरे सिस्टम को कटघरे में खड़ा करना गलत है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश करते हैं।
यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
“संविधान का सम्मान न करना, स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है”
सीएम योगी ने कहा कि भारतीय संविधान:
- बिना किसी भेदभाव के मताधिकार देता है
- समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए ऐतिहासिक प्रावधान करता है
- दुनिया के सबसे मजबूत लोकतंत्र की नींव रखता है
उन्होंने कहा:
“संविधान का अनादर करना, बाबा साहेब और आज़ादी के सेनानियों का अपमान है जो अनुचित है।”
हर घर में संविधान की प्रति रखने का सुझाव
योगी आदित्यनाथ ने कहा:
- हर परिवार में संविधान की एक प्रति होनी चाहिए
- प्रस्तावना का वाचन नियमित रूप से होना चाहिए
- संविधान में दिए गए चित्र भारतीय विरासत और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक हैं
लोगों को इन्हें समझना और आत्मसात करना चाहिए।
98 लाख से अधिक सुझाव—विकसित यूपी की दिशा में ऐतिहासिक कदम
सीएम योगी ने बताया कि ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के लिए सरकार द्वारा जारी पोर्टल पर अब तक 98 लाख से अधिक सुझाव आ चुके हैं।
इस स्तर की सहभागिता यह दर्शाती है कि:
- हर वर्ग का नागरिक
- हर आयु का व्यक्ति
- हर क्षेत्र का समाज
बेहतर भविष्य के निर्माण में अपना योगदान देना चाहता है।
ग्राम स्तर से आत्मनिर्भर भारत की नींव
मुख्यमंत्री ने कहा कि:
- आत्मनिर्भरता की शुरुआत गांवों और वार्ड स्तर से होती है
- यदि पंचायतें आत्मनिर्भर होंगी, तो जिले आत्मनिर्भर होंगे
- और अंततः पूरा देश आत्मनिर्भर बनेगा
यही विकसित भारत की सबसे मजबूत नींव है।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और मंत्री शामिल
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख हस्तियाँ:
- उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
- उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक
- कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना
- कैबिनेट मंत्री सूर्यप्रताप शाही
- कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान
- महापौर सुषमा खर्कवाल
- अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत
सभी ने संविधान के प्रति सम्मान और कर्तव्य को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया।




