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World Sepsis Day: विश्व सेप्सिस दिवस क्यों मनाया जाता है? जानें इसका महत्व और थीम

नई दिल्ली, World Sepsis Day 2023: इन दिनों लोग आए दिन कई तरह की बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और कामकाज के बढ़ते बोझ की वजह से लोग अक्सर कई समस्याओं की चपेट में आ जाते हैं। सेप्सिस इन्हीं में से एक है, जो एक गंभीर जानलेवा बीमारी है। ऐसे में इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से हर साल 13 सितंबर को वर्ल्ड सेप्सिस डे मनाया जाता है। इस खास मौके पर जानते हैं क्या है यह गंभीर बीमारी,

इसके लक्षण और इसके कारण-

सेप्सिस के लक्षण क्या हैं?

सेप्सिस पीड़ित व्यक्ति के शरीर के कई अलग-अलग क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है, इसलिए इसके विभिन्न संभावित लक्षण हो सकते हैं। इसके प्रमुख लक्षणों में निम्न शामिल हैं-

  • लो ब्लड प्रेशर
  • तेज हृदय गति
  • सांस की तकलीफ
  • भ्रम या व्याकुलता
  • बुखार या हाइपोथर्मिया
  • कांपना या ठंड लगना
  • यूरिन संबंधी समस्याएं
  • एनर्जी की कमी/कमजोरी
  • बहुत तेज दर्द या परेशानी
  • चिपचिपी/पसीने से भरी त्वचा
  • हाइपरवेंटिलेशन (तेजी से सांस लेना)

सेप्सिस का कारण
आमतौर पर सेप्सिस बैक्टीरिया की वजह से होता है। हालांकि, यह फंगल, पैरासाइट और वायरल संक्रमण के कारण भी हो सकता है। इसकी वजह से बुखार, दिल की धड़कन तेज होना, सांस लेने में परेशानी आदि हो सकते हैं। हालांकि, ज्यादा गंभीर मामलों में पीड़ित को सेप्टिक शॉक भी हो जाता है।

सेप्सिस से बचान के लिए अपनाए ये टिप्स
सेप्सिस को रोकने या इससे बचाव के लिए आप कुछ बातों का ध्यान रख सकते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए आप, जो कदम उठा सकते हैं उनमें निम्न शामिल हैं:-

  • बार-बार साबुन और पानी से अपने हाथों को धोते रहें।
  • किसी भी तरह की चोट और अन्य घावों को साफ रखें।
  • घाव या चोट को ठीक होने तक ढककर रखें।
  • किसी पुरानी बीमारी पर नजर रखने के लिए नियमित रूप से चेकअप कराते रहें।
  • अगर आपको किसी संक्रमण का संदेह हो, तो तुरंत डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की मदद लें।

सेप्सिस संक्रमण क्या है?
सेप्सिस एक प्रकार का ब्लड इंफेक्शन है। यह संक्रमण के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया है। यह स्थिति जीवन के लिए खतरा हो सकती है। ऐसे में सेप्सिस रोग के लक्षणों को कम करने के लिए एंटीबायोटिक दवाइयों का सहारा लिया जाता है। उल्टी, डर लगना, मतली, डायरिया, ठंड, त्वचा पर धब्बे होना आदि सेप्सिस रोग के लक्षण हैं।

विश्व सेप्सिस दिवस का इतिहास
विश्व सेप्सिस दिवस की स्थापना साल 2012 में की गई थी। इस दिवस की स्थापना ग्लोबल सेप्सिस एलायंस द्वारा की गई थी। उस समय दुनियाभर सेप्सिस के बारे में लोग ज्यादा जागरूक नहीं थे। तब से लोगों के बीच सेप्सिस के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 13 सितबंर को यह दिन मनाया जाता है।

विश्व सेप्सिस दिवस का महत्व

  • विश्व सेप्सिस दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच इसके बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
  • साथ ही, सेप्सिस रोग को जल्दी से डायग्नोस करने के तरीकों पर काम करना भी इसका एक उद्देश्य है।
  • सेप्सिस रोग के इलाज के तरीकों को बढ़ाना और लोगों की जान बचाना।
  • इस दिवस का उद्देश्य लोगों को सेप्सिस रोग से बचाने के लिए टीकाकरण के बारे में जागरूक करना भी है।
  • सेप्सिस रोग से कई लोग अपनी जान गवाते हैं। ऐसे में मृत्यु दर को कम करना भी इसका उद्देश्य है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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