
Vijay Rupani Profile : 12 जून 2025 को सुबह करीब 9:30 बजे, अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI-171) टेकऑफ के कुछ ही मिनटों में मेघानीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
विमान में कुल 231 यात्री और 9 क्रू मेंबर सवार थे। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि बीजेपी अध्यक्ष सी.आर. पाटिल ने की।
कौन थे विजय रूपाणी?
- जन्म और प्रारंभिक जीवन:
- जन्म: 2 अगस्त 1956
- स्थान: रंगून (म्यांमार), बाद में भारत वापसी
- शिक्षा: बी.ए. और एलएल.बी – सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी, राजकोट
राजनीतिक सफर की शुरुआत
- 1971 में ABVP से जुड़ाव
- RSS के सक्रिय स्वयंसेवक रहे
- 1996–1997 में राजकोट नगर निगम के महापौर
- 2006–2012: राज्यसभा सांसद
- 2014: गुजरात विधानसभा उपचुनाव जीतकर विधायक बने
मुख्यमंत्री के रूप में योगदान
- 7 अगस्त 2016 को आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली
- 2017 में दोबारा भारी बहुमत से जीतकर मुख्यमंत्री बने
- 11 सितंबर 2021 को इस्तीफा दिया, उनके बाद भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री बने
विजय रूपाणी की 5 बड़ी उपलब्धियाँ
- “सौनी योजना” – सौराष्ट्र को जल आपूर्ति की ऐतिहासिक परियोजना
- इज ऑफ डूइंग बिज़नेस – गुजरात को निवेश के लिए शीर्ष राज्य बनाया
- नरम व्यवहार और साफ छवि – संगठन और विपक्ष दोनों में लोकप्रिय
- कोरोना काल में तेज़ निर्णय – टेस्टिंग, आइसोलेशन, वैक्सीनेशन में नेतृत्व
- डिजिटल गुजरात पोर्टल – सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन करने की पहल
विमान हादसे की गहराई से पड़ताल
- विमान टेकऑफ के मात्र 6 मिनट बाद रडार से गायब हुआ
- मेघानीनगर क्षेत्र में जोरदार धमाके के साथ क्रैश
- विमान के मलबे में कई शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त
- DGCA, AAIB, और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा जांच जारी
- अब तक 200+ लोगों की मौत की पुष्टि, कई गंभीर रूप से घायल
देशभर में शोक की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया
“विजय भाई न सिर्फ़ एक मित्र थे, बल्कि भाजपा की विचारधारा के सच्चे सिपाही थे। उनका जाना अत्यंत पीड़ादायक है।”
गुजरात विधानसभा में एक दिन का शोक प्रस्ताव
भाजपा कार्यालयों पर झंडा आधा झुकाया गया
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी
विजय रूपाणी का जाना भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा नुकसान है। वे एक सच्चे सेवाभावी नेता, सरल व्यक्तित्व और विकासवादी सोच के प्रतीक थे। गुजरात उन्हें हमेशा एक ईमानदार, मेहनती और जनप्रिय नेता के रूप में याद रखेगा।