PM Modi देश को देंगे RapidX ट्रेन का तोहफा, प्रधानमंत्री की सभा से पहले 150 फ्लैट पर लगा ताला

नई दिल्ली – PM Modi will inaugurate rapidX train : प्रधानमंत्री मोदी रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद गाजियाबाद के जिस जगह पर जनसभा को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान उनकी सुरक्षा में पांच हजार जवान तैनात रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को देश की पहली रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करने के लिए गाजीयाबाद आएंगे। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) ने सभा स्थल का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिया बता दें कि कार्यक्रम स्थल और सड़क, रूफ टाप और ड्रोन के साथ ही जवानों को हरनंदी नदी में भी उतारा जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री के गाजियाबाद दौरे के दौरान तीन संभावित रूट तैयार किए गए है।
कार्यक्रम स्थल को जर्मन हैंगर से किया जा रहा कवर

प्रधानमंत्री मोदी रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद गाजियाबाद के जिस जगह पर जनसभा को संबोधित करेंगे। उस कार्यक्रम स्थल को जर्मन हैंगर से कवर किया जा रहा है। ताकि किसी भी व्यक्ति का अनधिकृत प्रवेश न हो। वहीं इस स्थल को सीसीटीवी कैमरों से कवर कर कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए कार्यक्रम के दौरान उस पूरे क्षेत्र को नो फ्लाइंग घोषित किया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम के समय एनएसजी की एंटी ड्रोन यूनिट यह सुनिश्चित करेगी कि इसके ऊपर व आसपास के क्षेत्र में कोई ड्रोन न उड़ पाए। रैपिडएक्स के 17 किमी रूट पर सड़क, रूफटॉप ड्यूटी के साथ रास्ते में पड़ने वाली हरनंदी नदी में भी जवान नाव के साथ गश्त के लिए लगाए जाएंगे। इस पूरे रूट पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी।
PM-CM को छोड़ सभी वाहन पर लगेंगे पास
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में कोई अव्यवस्था न हो, इसलिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फ्लीट के अलावा सभी मंत्री, अन्य जनप्रतिनिधि, भाजपा के संगठन पदाधिकारी, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मी, मीडिया और आम जन के लिए अलग-अलग रंग के वाहन पास यातायात पुलिस जारी करेगी। 12 पार्किंग स्थल चिह्नित किए गए हैं, जहां 2700 वाहन खड़े किए जा सकेंगे।
जनसभा स्थल के 100 मीटर के दायरे में आठ पार्किंग और बाकी 200-500 मीटर में हैं। हर पास पर अलग-अलग दिशा से आने पर संबंधित पार्किंग में जाने का रूट मैप भी छपा होगा ताकि किसी को कोई भ्रम न हो। इसके बाद भी कोई दिक्कत होगी तो उसके लिए भी व्यवस्था की गई है। हर श्रेणी का पास अलग रंग में होगा, जिसे कार की विंडशील्ड पर अनिवार्य रूप से लगाना होगा ताकि पुलिसकर्मी दूर से ही देखकर वाहन चालक को यह बता सकें कि किस तरफ की पार्किंग में जाना है।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा में 5 हजार जवान तैनात

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान रूट पर पांच हजार सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। प्रधानमंत्री के आसपास पहला घेरा एसपीजी का होता है। इसके बाद एनएसजी और फिर पुलिस व पीएसी के जवानों का घेरा होगा। बाहर से 50 एसपी व सीओ गाजियाबाद भेजे जाएंगे। इसके अलावा 10 खोजी श्वान दस्ता, एंटी माइन्स, एंटी सबोटाज, जैमर के साथ एटीएस, एसटीएफ और आईबी के अधिकारी भी डटे रहेंगे। सोमवार या मंगलवार में एसपीजी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने आ सकती है।
सभा से पहले 150 फ्लैट पर लगेगा ताला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा और रैपिडएक्स ट्रेन के उद्घाटन से पहले वसुंधरा और आसपास के इलाकों में लोगों के प्रवेश पर पुलिस का खास ध्यान होगा। पुलिस प्रशासन ने सभास्थल के चारों तरफ निर्माणाधीन और आवासीय इमारतों के 150 खाली फ्लैट चिन्हित किए हैं। एक-दो दिन में ताला लगाकर जनसभा समाप्त होने तक पुलिस इन्हें अपने कब्जे में रखेगी। वहीं, आवासीय फ्लैट के 800 परिवार, दुकानदार, शोरूम संचालक, शिक्षण संस्थान व अन्य लोगों को नोटिस देकर जनसभा के दौरान बालकनी, छत या बाहर खड़े नहीं होने की हिदायत दी है। 18 से एसपीजी के कब्जे में मंच और जनसभा स्थल हो जाएगा।
पहले फेज में 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड को शुरू किया जाएगा

बता दें, पहले फेज में दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड को शुरू किया जाएगा। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किमी है, जिसमें से 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में है जबकि 68 किमी का हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) एनसीआर में इस क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) का ऐसा नेटवर्क तैयार कर रहा है जिसे दिल्ली मेट्रो की विभिन्न लाइनों के साथ जोड़ा जाएगा। ये अलवर, पानीपत और मेरठ जैसे विभिन्न शहरों को भी दिल्ली से जोड़ेंगे। पहले चरण के बाद इस प्रोजेक्ट को दुहाई से मेरठ तक बढ़ाया जाएगा। मेरठ साउथ तक दूसरे चरण में कार्य होगा, तीसरे चरण में साहिबाबाद से दिल्ली के बीच कार्य पूरा होगा। वर्ष 2025 में रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच दौड़ती नजर आएगी। यह सफर महज 55 मिनट में पूरा हो जाएगा।
180 किलोमीटर की गति से चलाने के लिए डिजाइन की गई है RAPIDX

आरआरटीएस ट्रेनों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है। हालांकि, ये ट्रेनें पटरियों पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी। यह ट्रेन 60 मिनट में 100 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है। 6 कोच वाली इस ट्रेन का लुक बिल्कुल बुलेट ट्रेन की तरह है। आरआरआरटीएस को उन यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो तेज गति और शांत तरीके से लंबी दूरी की यात्रा करना चाहते हैं।
महिलाएं संभालेंगी इन ट्रेनों की कमान

इन आधुनिक हाई स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी रैपिडएक्स ट्रेनों के संचालन में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। इस खंड के परिचालन में महिला कर्मचारियों की भागीदारी पुरुष कर्मचारियों से अधिक होगी। प्राथमिक खंड में रैपिडएक्स ट्रेनों के संचालनों के लिए नियुक्त ट्रेन संचालकों में पुरुष संचालकों की तुलना में महिला संचालकों की संख्या अधिक है। इसके अलावा, स्टेशन कंट्रोल, प्रबंधन, संचालन एवं रख-रखाव, ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर, ट्रेन अटेंडेंट आदि के रूप में भी महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
रैपिड रेल के फीचर्स

रैपिड ट्रेन के कोच में एडजस्ट होने वाली 2×2 की सीटें होंगी और यात्रियों के खड़े होने के लिए विशेष व्यवस्था होगी। इसके अलावा इन ट्रेनों में मुफ्त वाईफाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, सामान रखने की जगह, एक इंफोटेनमेंट सिस्टम और अन्य तरह की सुविधाएं भी मिलेंगी। ऑटोमेटिक प्लग-इन दरवाजों के अलावा रैपिड रेल में जरूरत के आधार पर चुनिंदा दरवाजों को खोलने के लिए पुश बटन होंगे। हर स्टेशन पर सभी दरवाजे खोलने की जरूरत नहीं होगी। इसके अलावा, हर ट्रेन में एक डिब्बा महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगा। इसके अलावा प्रत्येक कोच में 10 – 10 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व की जाएंगी। प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए जाएंगे और ट्रेनों के दरवाजों को इस पीएसडी से जोड़ा जाएगा। ऐसा होने से यात्रियों के पटरी पर गिरने जैसी दुर्घटनाओं को पूरी तरह खत्म किया जा सकेगा।




