Nuh Violence : हरियाणा का नूह सुलग रहा है। यहां हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई है। नूंह में हिंसक घटना को अंजाम देने वालों को पकड़ने के लिए 15 टीम बनाई गई। मामले में CID इनपुट जुटा रही है। उपद्रव को देखते हुए जिले में रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान तैनात किए गए हैं। हरियाणा से जुड़ी राजस्थान के भरतपुर की सीमा को भी सील किया गया है। साथ ही साथ इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। स्थिति अभी भी काबू में नहीं है, ऐसा इनपुट मिल रहा है। मामले की गंभीरत को देखते हुए हरियाणा के गृह मंत्री ने केंद्र सरकार से मदद मांगी है।
नूंह में दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई थी। देखते ही देखते इस हिंसा ने उग्र रूप ले लिया। मामले को लेकर प्रशासन अलर्ट है। उपद्रव को देखते हुए शाम को जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने धारा 144 लागू कर दी गई। शाम चार बजे के बाद दो अगस्त तक के लिए जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह के अफवाह को फैलने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।
घटना की मूल वजह
कहा जा रहा है हरियाणा के नूंह जिले में विश्व हिंदू परिषद का जुलूस निकल रहा था। इसे रोकने की कोशिश की गई। इसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 5 हो गई है। इसके साथ ही स्थिति पर काबू पाने के लिए नूंह जिले में कर्फ्यू लगाया गया है।
Nuh Violence : कब क्या हुआ?
मामला सावन के सोमवार का है। सिलसिलेवार घटनाक्रम ऐसा रहा…
- सुबह 11 बजे: नूंह के नल्हड़ महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया।
- दोपहर 1 बजे: यात्रा सिंगार गांव के लिए चली तो खेड़ला चौक के पास उग्र भीड़ ने लोगों पर हमला किया।
- दोपहर 3 बजे: उग्र भीड़ की ओर से नूंह में आगजनी तथा तोड़फोड़ की गई।
- सवा 3 बजे: प्रशासन ने बाजार बंद करने को कहा, दुकानदार खुद दुकान बंद करने लगे।
- शाम 4 बजे: जिले की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।
- शाम साढ़े 4 बजे: दूसरे जिले से अतिरिक्त पुलिस बल आना शुरू हुआ।
- शाम 6 बजे: मंदिर परिसर में दुबके शिवभक्तों को निकालना पुलिस ने शुरू किया।
5 हजार लोगों की सुरक्षा के लिए थे मात्र 100 पुलिसकर्मी
नल्हड़ स्थित प्राचीन शिव मंदिर में ब्रज मंडल जलाभिषेक के बाद पहली बार यात्रा नहीं निकली। यात्रा पहले भी निकलती रही है। इस बार बड़ी संख्या में शिव भक्त पहुंचे थे। गुरुग्राम से दो हजार, रेवाड़ी से करीब पांच सौ तथा अन्य जिला को मिलाकर करीब पांच हजार लोग यात्रा में शामिल हुए थे।
इसके बाद भी पुलिस की ओर से लोगों की सुरक्षा के लिए सौ से कम पुलिस कर्मी लगाए गए थे। जबकि प्रशासन को पता था कि विवादित वीडियो के वायरल होने के बाद विशेष वर्ग के युवकों की ओर से भी देख लेने का धमकी भरा वीडियो वायरल हो रहा था।
उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार को नूंह में बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिंदू संगठनों की ओर से निकाली गई ब्रज मंडल क्षेत्र की जलाभिषेक यात्रा के दौरान जमकर बवाल हुआ। नल्हड़ स्थित शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के बाद यात्रा गांव सिंगार की ओर जा रही थी, तभी खेड़ला चौक के पास विशेष समुदाय के दो सौ से अधिक लोगों ने हमला बोल दिया।
इन लोगों ने पथराव करने के साथ कई राउंड गोलियां चलाईं। इसमें दो होमगार्ड नीरज और गुरसेवक की मौत हो गई। हमले में 15 से अधिक लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने 30 से अधिक वाहन फूंक दिए। 50 से अधिक निजी और सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। विहिप व बजरंग दल के करीब तीन हजार कार्यकर्ता व श्रद्धालु मंदिर में छिप गए, जो सात घंटे तक यहां फंसे रहे।