नई दिल्ली – Emergency Alert System : इन दिनों मोबाइल पर इमरजेंसी अलर्ट भेजे जा रहे हैं। पिछले एक महीने में कई बार एंड्रॉइड और आईओएस मोबाइल पर अलर्ट सिस्टम जारी किया जा रहा है। भारत की तरह अमेरिका ने भी पिछले हफ्ते मोबाइल पर इमरजेंसी अलर्ट भेजा था। हालांकि सरकार का दावा है कि इसे बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में अलर्ट जारी करने के लिए शुरू किया जा रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक अलग कहानी बुनी जा रही है।
इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का विश्व युद्ध कनेक्शन
सोशल मीडिया पर चल रही बहस के मुताबिक, परमाणु युद्ध और तीसरे विश्व युद्ध के संभावित खतरों को देखते हुए भारत मोबाइल फोन पर इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम भेजने का परीक्षण कर रहा है। इसके लिए अमेरिका, रूस और भारत में मोबाइल इमरजेंसी अलर्ट रोलआउट को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। आपको बता दें कि इन दिनों यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है। वहीं इजराइल और फिलिस्तीन के बीच भी बीते दिनों से युद्ध शुरू हो गया है, जिसे अमेरिका समेत यूरोप के सभी देशों का समर्थन हासिल है। इन सभी घटनाओं को एक साल बाद मोबाइल इमरजेंसी अलर्ट से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन असल में मोबाइल इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम का विश्व युद्ध 3 से कोई लेना-देना नहीं है। साथ ही इसका अमेरिका और रूस से भी कोई संबंध नहीं है।
सरकार ने अलर्ट के साथ दी जानकारी
सरकार ने मोबाइल इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को लेकर एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया है कि इसे ट्रायल के तौर पर जारी किया जा रहा है। इसे राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन और DoT की ओर से जारी किया गया है, जिससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। इसमें यूजर्स को कोई एक्शन लेने की जरूरत नहीं है।