
Bihar Elections 2025 : बिहार में विधानसभा चुनावी माहौल गरमाता जा रहा है और रैलियों का दौर लगातार जारी है। इसी कड़ी में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खगड़िया में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आरजेडी, कांग्रेस और महागठबंधन पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह चुनाव किसी को मुख्यमंत्री या विधायक बनाने का नहीं, बल्कि यह तय करने का है कि बिहार को फिर से जंगलराज में धकेलना है या विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाना है।
छठ पर्व की शुभकामनाएं, ‘बिहार हमेशा जंगलराज से मुक्त रहे’
गृह मंत्री शाह ने अपने भाषण की शुरुआत बिहारवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं देकर की। उन्होंने कहा,
“आज से छठ का महापर्व शुरू हो गया है। मैं छठी मईया से प्रार्थना करता हूं कि बिहार हमेशा जंगलराज से मुक्त रहे, हमारी बहन-बेटियां सुरक्षित रहें और राज्य विकास के रास्ते पर आगे बढ़े।”
‘यह चुनाव जंगलराज बनाम विकास का चुनाव है’
अमित शाह ने कहा कि यह चुनाव किसी एक व्यक्ति या पद के लिए नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य के लिए है।
“अगर लालू-राबड़ी की सरकार वापस आई, तो जंगलराज भी लौट आएगा। लेकिन अगर एनडीए की सरकार बनी, तो बिहार फिर से विकास की नई ऊंचाइयां छुएगा।”
शाह ने कहा कि एनडीए के पास विकास का एजेंडा है, जबकि महागठबंधन केवल सत्ता की भूख में एकजुट हुआ है।
‘एनडीए के पांच पांडव हैं — मिलकर जीत दिलाइए’
अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि जदयू, भाजपा, लोजपा, कुशवाहा जी की पार्टी और हम पार्टी, ये पांच दल मिलकर बिहार में विकास का गठबंधन बने हुए हैं। उन्होंने कहा,
“हम पांच पांडव हैं — एनडीए गठबंधन को जिताइए ताकि बिहार आगे बढ़े और देशभर में अपना डंका बजाए।”
‘लालू जी के बेटे हत्या-डकैती की बात कर रहे हैं’
अमित शाह ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिहार में फिर से अपराध की बात कर रहे हैं।
“लालू जी के बेटे हत्या और डकैती की बात करते हैं। ये तो वही बात हुई कि सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली।”
उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार के शासन में पिछले 20 वर्षों में बिहार में कानून-व्यवस्था में बड़ा सुधार हुआ है।
“हत्या में 20%, डकैती और फिरौती में 80% की कमी आई है। और इन 20 वर्षों में बिहार में एक भी बड़ा नरसंहार नहीं हुआ।”
‘जंगलराज में रोज होता था नरसंहार, इंडस्ट्री भाग गई थी’
शाह ने आरोप लगाया कि लालू-राबड़ी राज के दौरान बिहार में अपराध चरम पर था।
“आपके शासन में हत्या, डकैती, फिरौती और नरसंहार रोज की बात थी। इंडस्ट्री बिहार से भाग गई थी और राज्य पिछड़ता चला गया।”
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को जंगलराज, नक्सलवाद और परिवारवाद से मुक्ति दिलाई है।
‘चार सूत्रों पर आगे बढ़ेगा बिहार’
अमित शाह ने कहा कि एनडीए की स्पष्ट नीति है कि
“स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई, टाइम पर दवाई, खेत में सिंचाई और हर घर में पानी की सप्लाई”
इन चार सूत्रों पर बिहार आगे बढ़ेगा।
‘भ्रष्टाचार और परिवारवाद ही महागठबंधन की पहचान’
गृह मंत्री ने कहा कि महागठबंधन के पास न तो नीति है, न नेतृत्व, न नीयत।
“नीतीश कुमार बिहार के बेटा-बेटियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जबकि लालू जी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। सोनिया जी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं।”
उन्होंने कहा कि बिहार के बेटा-बेटी की चिंता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार ही कर सकते हैं।
‘डबल इंजन की सरकार बिहार को नई ऊंचाई पर ले जाएगी’
शाह ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को पिछड़ेपन से बाहर निकाला है और अब डबल इंजन की सरकार राज्य को विकास की नई दिशा देने के लिए तैयार है।
“अब बिहार को ना जंगलराज चाहिए, ना भ्रष्टाचार — अब बिहार को विकास चाहिए।”
“अमित शाह की यह रैली स्पष्ट रूप से बिहार चुनाव अभियान का एक बड़ा मोर्चा साबित हुई, जिसमें उन्होंने एक तरफ जहां छठ पर्व के माध्यम से जनता से भावनात्मक जुड़ाव स्थापित किया, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन को जंगलराज, परिवारवाद और भ्रष्टाचार का प्रतीक बताते हुए जनता से एनडीए के पक्ष में वोट देने की अपील की।”




