आपातकाल की 50वीं बरसी: पीएम मोदी बोले- कांग्रेस ने लोकतंत्र कैद किया, खड़गे बोले- झूठ छिपाने की कोशिश

नई दिल्ली/कानपुर : 25 जून 2025 को भारत में लगाए गए आपातकाल की 50वीं बरसी पर देशभर में राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को लोकतंत्र की सबसे काली रातों में से एक बताते हुए कांग्रेस की नीतियों पर कड़ा प्रहार किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री समेत पूरी कैबिनेट ने लोकतंत्र की रक्षा के संकल्प के रूप में मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“1975 से 1977 तक के काले दिनों की यादें ताजा हो गईं। उस दौर में कई लोगों ने अत्याचार सहे। मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे उस दौर के अनुभव सोशल मीडिया पर साझा करें ताकि आज की पीढ़ी लोकतंत्र की असली कीमत समझ सके।”

विपक्ष ने किया पलटवार
हालांकि, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी के बयान को ‘झूठ छिपाने की कोशिश’ करार देते हुए कहा कि आज जो लोग संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रहे हैं, वे ही लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आपातकाल को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और कहा, “1975 में देश में आपातकाल लगाने का उद्देश्य राष्ट्रहित नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी की सत्ता बचाना था।”

कानपुर में बीजेपी का कार्यक्रम
इसी क्रम में, उत्तर प्रदेश के कानपुर में भाजपा सांसद रमेश अवस्थी ने भाजपा जिला कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कांग्रेस की नीतियों और कार्यशैली की आलोचना की। सांसद अवस्थी ने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने न केवल संविधान का गला घोंटा बल्कि देश की जनता की आवाज भी दबाई।

इससे पहले सांसद ने उस दौर से जुड़ी तस्वीरों, पुस्तकों, समाचार पत्रों और पत्रिकाओं की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जो आपातकाल के घटनाक्रम को दर्शाती हैं।