धर्म व ज्योतिष

Ganesh Chaturthi 2023: जानें कब है गणेश चतुर्थी ? क्यों है गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन करने की मनाही ?

नई दिल्ली – हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस प्रकार, साल 2023 में 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी है। इस दिन देश भर में देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही भगवान गणेश के निमित्त व्रत उपवास भी रखा जाता है। खासकर, महाराष्ट्र में गणपति पूजा की विशेष धूम रहती है। इस अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है। अत: साधक श्रद्धा भाव से गणपति जी की पूजा करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन नहीं करना चाहिए? आइए, इसकी कथा जानते हैं-

कथा
सनातन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, एक बार शिव लोक में रात्रि भोजन का आयोजन किया गया था। रात्रि भोज में चंद्र देव भी पधारे थे। भोजन करने के बाद चंद्र देव अपने लोक चले गए। उसी समय भगवान गणेश अपनी सवारी मूषक पर सवार होकर घूमने निकल पड़े। गजानन (हाथी का मुख) को देख चंद्र देव मन ही मन मुस्कराने लगे। उसी समय मूषक का संतुलन बिगड़ गया।

यह देख चंद्र देव ने कहा- आपकी रचना अनुपम है। आपका भार उठाने में मूषक असमर्थ है। आपका मुख हाथी का सिर है, तो आपका पेट अन्न का भंडार है। इस वजह से मूषक अपना संतुलन खो बैठा है। चंद्र देव के उपहास से भगवान गणेश क्रोधित हो उठे। उस समय उन्होंने चंद्र देव को श्राप दिया कि आपका स्वरूप काला हो जाएगा। जब चंद्र देव का स्वरूप काला हो गया, तो चंद्र देव व्याकुल हो उठे। इसके पश्चात, चंद्र देव को अपनी गलती का अहसास हुआ।

उस समय चंद्र देव ने भगवान गणेश से क्षमा याचना की। तब भगवान गणेश ने चंद्र देव को माफ कर दिया। साथ ही वरदान दिया कि हर महीने एक दिन तुम्हारा आकार पूर्ण रहेगा। हालांकि, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को तुम्हारा दर्शन करना शुभ नहीं होगा। अगर कोई व्यक्ति गणेश चतुर्थी के दिन तुम्हारा दर्शन करेगा। उस पर कलंक यानी झूठा आरोप लगेगा। अत: गणेश चतुर्थी पर चंद्र दर्शन नहीं किया जाता है।

10 दिवसीय गणेश उत्सव 2023 कब ?

इस साल गणेश उत्सव का 19 सितंबर 2023 को गणेश चतुर्थी से होगा। इसकी समाप्ति 28 सितंबर 2023 को अनंत चतुर्थी पर होगी। आखिरी दिन बप्पा की मूर्ति का विर्सजन होता है।

गणेश चतुर्थी 2023 मुहूर्त

गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा की स्थापना शुभ मुहूर्त में ही करना चाहिए, इससे घर में शुभ और लाभ की प्राप्ति होती है. गौरी पुत्र परिवार के समस्ता दुख हर लेते हैं.

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि शुरू – 18 सितंबर 2023, दोपहर 12.39

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तिथि समाप्त – 19 सितंबर 2023, दोपहर 01.43

  • गणेश स्थापना समय – सुबह 11.07 – दोपहर 01.34 (19 सितंबर 2023)

10 दिन तक गणेश उत्सव क्यों मनाते हैं ?

पुराणों के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन शंकर और पार्वती माता के पुत्र गणपति जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। गणेश उत्सव में 10 दिन तक बप्पा की विधिवत पूजा अर्चना करता है उसके सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं। वहीं एक पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि वेदव्यास जी ने महाभारत की रचना के लिए गणेश जी का आह्वान किया था। व्यास जी श्लोक बोलते गए और गणपति जी बिना रुके 10 दिन तक महाभारत को लिपिबद्ध लिखते गए। दस दिन में गणेश जी पर धूल मिट्‌टी की परत जम गई। 10 दिन बाद यानी की अनंत चतुर्दशी पर बप्पा ने सरस्वती नदी में स्नान कर खुद को स्वच्छ किया, उसके बाद से ही दस दिन तक गणेश उत्सव मनाया जाने लगा।

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