Azamgarh Shreya Tiwari Case: ‘बेटी तो अब वापस नहीं आएगी,फफक पड़े श्रेया के पिता,जानिए क्या है मामला

Uttar Pradesh – आजमगढ़ – छात्रा श्रेया तिवारी की तेरहवीं शुक्रवार को स्वजन के आंसुओं के साथ संपन्न हुई। अपनों के बीच बैठे श्रेया के पिता ऋतुराज तिवारी अचानक फफक पड़े और कहा कि बेटी तो अब नहीं आने वाली, लेकिन उसकी आत्मा की शांति के लिए हर दरवाजा खटखटाऊंगा, जहां से न्याय की उम्मीद होगी।
मुख्यमंत्री योगी और हाई कोर्ट तक न्याय की गुहार लगाऊंगा
उन्होंने कहा, इस तरीके से आरोपितों को बरी कर देना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उच्च न्यायालय तक न्याय की गुहार लगाएंगे। उधर, श्रेया की मां नीतू को लोग ढांढस बंधाते रहे। बेटी की तेरवहीं के दिन मां के विलाप से लोगों का कलेजा फटा सा जा रहा था।
श्रेया तिवारी की त्रयोदशी के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उसके घर पहुंचे लोगों ने दिवंगत आत्मा को नमन कर उसके चित्र पर अपनी पुष्पांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में पहुंचने वालों की संख्या तो काफी रही, लेकिन भोज कार्यक्रम में कोई शामिल नहीं हुआ। सभी की संवेदना दिवंगत छात्र की आत्मा को शांति देने के प्रति नजर आई। परिवार के लोगों ने भी उपस्थित जनसमूह का आग्रह मान केवल ब्राह्मणों को भोजन कराया। आंखों में आंसू लेकर भोजन परोस रहे माता-पिता को देख पुरोहितों ने भी बस केवल कोरम पूरा किया।
क्या है श्रेया तिवारी की मौत का मामला
- 31 जुलाई को कक्षा 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी के पास मिले मोबाइल फोन पर क्लास टीचर व प्रिंसिपल ने गहन पूछताछ की थी।
- परिजनों को बुलाने की बात को लेकर उसे प्रिंसिपल रूम के बाहर खड़ा किया था।
- कुछ देर बाद छात्रा ने स्कूल की तीन मंजिला छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
- छात्रा के पिता द्वारा लगाए गए आरोप की जांच के बाद सिधारी पुलिस ने हत्या की धारा बदलकर आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने का मामला दर्ज किया था।
- प्रिंसिपल व क्लास टीचर को पुलिस ने जिम्मेदार ठहराते हुए गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद आईजी अखिलेश कुमार के आदेश पर विवेचना मऊ के सीओ नगर को सौंपी दी गई थी।
- प्रिंसिपल व क्लास टीचर पर हुई कार्रवाई के विरोध में आठ अगस्त को सीबीएसई स्कूल मैनेजर्स एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने संस्थानों को बंद कर काली पट्टी बांधकर विरोध किया था।
- अगले दिन उत्तर प्रदेश अभिभावक संघ ने बच्चों को स्कूल न भेजने का आग्रह किया था। मामले में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गया था।
- छात्रा श्रेया तिवारी आत्महत्या मामले में की जा रही पुलिस की जांच में साक्ष्य नहीं मिला है। साक्ष्य के अभाव के कारण चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज हरबंशपुर के प्रिंसिपल सोनम प्रणव मिश्रा और क्लास टीचर अभिषेक राय की रिहाई हो गई।