नई दिल्ली – रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई ने यूपीआई लाइट के जरिए ऑफलाइन ट्रांजेक्शन की लिमिट में आज से इजाफा कर दिया है। एक सर्कूलर जारी करते हुए आरबीआई ने कहा कि देश के जिन इलाकों में इंटरनेट नहीं है या फिर सिग्नल बेहद वीक है, उन इलाकों के लिए यूपीआई लाइट से ऑफलाइन ट्रांजेक्शन की लिमिट को 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। वैसे अभी भी किसी भी प्लेटफॉर्म पर यूपीआई लाइट के माध्यम से 200 रुपये का ट्रांजेक्शन ही किया जा सकता है।
जारी किया गया सर्कूलर
आरबीआई ने ऑफलाइन के जरिये स्मॉल अमाउंट वाले डिजिटल ट्रांजेक्शन की लिमिट बढ़ाने का सर्कूलर जारी किया है। इस सर्कूलर में आरबीआई ने कहा कि ऑफलाइन पेमेंट ट्रांजेक्शन की लिमिट को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है इंटरनेट फैसिलिटी से दूर मोबाइल फोन रखने वालों के लिए भी ऑफलाइन पेमेंट करने की फैसिलिटी की शुरुआत सितंबर, 2022 में की गई थी। इसके लिए एक नया इंटीग्रेटिड पेमेंट प्लेफॉर्म यूपीआई-लाइट लांच किया गया था. तब इससे पेमेंट करने की लिमिट मात्र 200 रुपये थी। इससे पहले आरबीआई गवर्नर ने 10 अगस्त को मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग में लिमिट इंक्रीज करने का ऐलान किया था।
पेमेंट का दायरा बढ़कर हुआ 1 करोड़ रुपये
कुछ समय में ही यह भुगतान मंच बेसिक मोबाइल फोनधारकों के बीच खासा लोकप्रिय हो गया। इस समय इसके जरिये महीने भर में एक करोड़ से भी अधिक लेनदेन होने लगे हैं। यूपीआई-लाइट का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए आरबीआई ने अगस्त की शुरुआत में एनएफसी प्रौद्योगिकी की मदद से ऑफलाइन लेनदेन की सुविधा देने का प्रस्ताव रखा था। एनएफसी के जरिये लेनदेन किए जाने पर पिन सत्यापन की जरूरत नहीं रहती है।
पिछले साल लॉन्च हुआ था UPI लाइट
RBI ने ऑफलाइन माध्यम से छोटी राशि वाले डिजिटल भुगतान की सीमा बढ़ाने का परिपत्र जारी करते हुए कहा, ‘‘ऑफलाइन भुगतान लेनदेन की ऊपरी सीमा को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है।’’ इंटरनेट सुविधा से वंचित मोबाइल फोनधारकों के लिए भी ऑफलाइन भुगतान की सुविधा सितंबर, 2022 में शुरू की गई थी। इसके लिए एक नया एकीकृत भुगतान मंच यूपीआई-लाइट पेश किया गया था। हालांकि, इसमें सिर्फ 200 रुपये तक का ही लेनदेन किया जा सकता था।