
Rahul Gandhi : नई दिल्ली – राजधानी दिल्ली में आज विपक्षी दलों ने राहुल गांधी के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया। संसद भवन से लेकर चुनाव आयोग (EC) के दफ्तर तक निकाले गए इस मार्च में कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
क्या है मामला?
विपक्ष का आरोप है कि हालिया चुनावों में SIR (Suspected Irregularities in Results) और “वोट चोरी” जैसी गड़बड़ियों के ज़रिए जनता के जनादेश के साथ खिलवाड़ किया गया। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा –
“यह सिर्फ कांग्रेस का नहीं, पूरे देश के लोकतंत्र का सवाल है। हम जनता के वोट की रक्षा के लिए हर दरवाज़ा खटखटाएंगे।”
मार्च में कौन-कौन हुआ शामिल?
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा
- तृणमूल कांग्रेस, DMK, शिवसेना (UBT) और CPI(M) के प्रतिनिधि
- छात्र संगठन और नागरिक समाज के कार्यकर्ता
सुरक्षा और माहौल
दिल्ली पुलिस ने संसद से EC दफ्तर तक भारी सुरक्षा बल तैनात किया। मार्च के दौरान कई जगह नारेबाज़ी हुई – “लोकतंत्र बचाओ, वोट चोर भगाओ” और “EC जागो, जनता की सुनो।”
चुनाव आयोग से विपक्ष की मांगें
- SIR मामलों की निष्पक्ष जांच
- वोटिंग मशीनों की स्वतंत्र ऑडिटिंग
- चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सख्त नियम
“विशेषज्ञों का मानना है कि यह मार्च न सिर्फ चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहा है, बल्कि 2029 के लोकसभा चुनाव की रणनीति का भी संकेत दे रहा है। राहुल गांधी लगातार विपक्षी एकजुटता पर जोर दे रहे हैं और इसे जनता तक ले जाने की कोशिश में हैं।”