
एमपी – PM Modi on Sanatan Controversy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मध्य प्रदेश के बीना से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ दल समाज को विभाजित करने में लगे हैं। भारत की संस्कृति पर हमला करना उनका मकसद है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A सनातन धर्म को खत्म करना चाहता है। भारत की संस्कृति पर हमला करना चाहता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की आस्था पर चोट करना विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की रणनीति है। उन्होंने कहा कि ये लोग सनातन परंपरा को खत्म करना चाहते हैं। ये सनातन को मिटाकर 1 हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं। मगर एकजुटता से इनके मंसूबों को नाकाम करना है।
I.N.D.I.A गठबंधन की नीयत भारत की संस्कृति पर हमला
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का नेता तय नहीं है। इसके नेतृत्व पर भ्रम है। इस गठबंधन को लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। इस घमंडिया गठबंधन की नीति और रणनीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की है। इस गठबंधन ने भारतीयों की आस्था पर हमला करने का फैसला कर लिया है। इस घमंडिया गठबंधन की नीयत भारत के विचारों और संस्कारों को तबाह करने की है।
सनातन परंपरा को खत्म करना चाहता है I.N.D.I.A गठबंधन
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये ‘घमंडिया गठबंधन’ वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। जिस सनातन को गांधी जी ने जीवनपर्यंत माना, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया। ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं।
जानिए कैसे शुरू हुआ सनातन पर विवाद?
सनातन पर विवाद की शुरुआत तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के एक बयान से शुरू हुई। उदयनिधि ने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया की तरह है, इसे खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केवल इसका विरोध करने से समस्या का समाधान नहीं होगा। इसे खत्म करने की जरूरत है। डीएमके के इस नेता के बयान से पूरा सियासी माहौल खराब हो गया।
वहीं, बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाकर विपक्षी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान सनातन का अपमान नहीं सहेगा।