वाराणसी – Gyanvapi Case : वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित व्यास जी के तहखाना में करीब 31 साल बाद फिर से पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। 31 जनवरी को जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के दक्षिण में स्थित तहखाना, जिसे व्यास जी का तहखाना कहते हैं, वहां पूजा की इजाजत दी थी। वहीं अब व्यास जी के तहखाने की सुरक्षा को लेकर हिन्दू पक्ष कोर्ट पहुंचा है।
ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष ने वाराणसी जिला न्यायालय में एक याचिका दायर की है, जिसमें ‘व्यास जी का तहखाना’ (तहखाने) की रक्षा करने का आग्रह किया गया है, जहां हिंदुओं का कब्जा है। और जनवरी में कोर्ट के आदेश के बाद से वहां पूजा की जा रही है।
व्यास जी के तहखाने में होती है पांच बार की आरती
![](https://republicnow.in/wp-content/uploads/2024/03/IMG_20240305_114429-1024x770.jpg)
व्यास जी के तहखाने में पांच बार आरती की जाती है। मंगला आरती सुबह 3:30 बजे, भोग आरती दोपहर 12 बजे, शाम 4 बजे, सांयकाल आरती शाम 7 बजे, शयन आरती रात 10:30 बजे की जाती है। बता दें कि वाराणसी की जिला अदालत ने हिंदू पक्ष को बड़ी राहत देते हुए परिसर में मौजूद तहखाने में हिंदुओं को पूजा-पाठ करने का अधिकार देने का निर्णय सुनाया था। जिला जज डॉ अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने डीएम को व्यास जी के तहखाने में पूजा-पाठ के प्रबंध करने का आदेश दिया था।
तहखाने की छत से गिरा पत्थर
ऐसे में तहखाने की मरम्मत और पुजारियों की सुरक्षा के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया गया है। हिंदू पक्ष ने अपनी अर्जी में बताया कि नमाज पढ़ने आने वालों के दबाव में तहखाने की छत से पत्थर का टूकड़ा टूटकर मूर्तियों के बगल में गिरा है।
कोर्ट में दाखिल की गई याचिका – विष्णु शंकर जैन
विष्णु शंकर जैन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए कहा, “हमने जिले की कोर्ट में एक आवेदन दायर किया है। उसमे हमने पूछा है कि जहां तक तहखाने की छत पर उनके प्रवेश का सवाल है, नमाजियों को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। इसके अलावा तहखाने में मरम्मत कार्य कराया जाना चाहिए ताकि पूजा की जा सके। कोर्ट का आदेश बिना किसी रुकावट के चल सकता है।”
ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर व्यास जी तहखाना स्थित है। जब से पूजा की अनुमति मिली है, मुस्लिम पक्ष उसके बाद से ही असहज है। इलाहबाद हाई कोर्ट में फैसले को चुनौती भी दी गई लेकिन याचिका खारिज हो गई। इस बीच ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में पूजा सारी तैयारी के साथ होती है।
छत को पहुंचाया जा रहा नुकसान
उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम बड़ी संख्या में ‘नमाज’ अदा करने के लिए साइट पर आ रहे हैं, ताकि छत को नुकसान पहुंचाया जा सके और ‘पूजा’ रोकी जा सके। हिन्दू पक्ष के वकील ने कहा कि, “वे बड़ी संख्या में तहखाने की छत पर आ रहे हैं, ताकि छत को ध्वस्त किया जा सके और बदले में ‘पूजा’ को रोका जा सके। हमने पहले एक आवेदन दायर किया है, जिसमें तहखाने की छत से नमाजियों के प्रवेश की बात है, उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।”