अगर BJP ने दरवाजा बंद किया तो विकल्प खुला है: डॉ. संजय निषाद का 2027 चुनाव से पहले बड़ा बयान

उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद ने 2027 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरणों को लेकर बड़ा संकेत दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि भाजपा ने सहयोग से पीछे हटने का निर्णय लिया, तो वे दूसरे विकल्पों पर भी विचार करने को तैयार हैं।
“अगर दरवाजा बंद हुआ, तो दूसरी राह लेनी ही पड़ेगी”
कानपुर स्थित सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान डॉ. निषाद ने कहा, “जब समाजवादी पार्टी ने हमारे लिए दरवाजा बंद किया था, तब भाजपा ने हाथ बढ़ाया था। यदि अब भाजपा दरवाजा बंद करती है, तो कहीं न कहीं तो जाना ही पड़ेगा।” इस बयान को 2027 के राजनीतिक गठजोड़ को लेकर एक मजबूत संकेत माना जा रहा है।

जातिगत जनगणना का समर्थन
डॉ. निषाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जातिगत जनगणना के समर्थन को एक साहसिक और सराहनीय कदम बताया। उन्होंने कहा कि 2013 तक विमुक्त जातियों को लाभ मिलते थे, लेकिन कुछ लोग “कहते कुछ हैं और करते कुछ और”। ऐसे में जनगणना से पारदर्शिता और न्याय का मार्ग प्रशस्त होगा।
इटावा घटना को बताया निंदनीय
हाल ही में इटावा में पूजा-अर्चना को लेकर हुई घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. निषाद ने कहा कि पूजा का अधिकार सभी को है। उन्होंने घटना को निंदनीय बताते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

राजनीतिक अस्तित्व की बात पर बोले निषाद
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि निषाद पार्टी के पास स्वयं की राजनीतिक “सेना” नहीं होगी, तो भाजपा भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेगी। इसका सीधा इशारा इस बात की ओर है कि आगामी चुनाव में निषाद पार्टी अपने जनाधार को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है।