
नई दिल्ली – सैन्य शक्ति में अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा सबसे शक्तिशाली देश है। इसमें महिलाओं की भागीदारी भी अच्छी खासी है, महिलाओं के लिए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को सैन्य व्यवस्था में बड़े बदलाव किए। इससे महिलाओं की भागीदारी भी भारत के सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ेगी साथ ही उनका सम्मान भी हो पाएगा।
सभी महिला सैनिकों को समान अधिकार
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महिला सैनिकों (नौसेना, वायु सेना और थल सेना) को दीवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। अब से उन्हें उनके अधिकारी समकक्षों के समान मातृत्व, बाल देखभाल और बच्चे को गोद लेने के लिए छुट्टी मिल सकेगी। रविवार को राजनाथ सिंह ने इस प्रावधान को मंजूरी दे दी। इसकी जानकारी रक्षा मंत्रालय ने दी।
मंत्रालय के तरफ से कहा गया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में महिला सैनिकों, नाविकों और वायु सैनिकों के लिए मातृत्व, बाल देखभाल और बच्चों को गोद लेने के अवकाश के नियमों को उनके अधिकारी समकक्षों के समान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने कहा कि रविवार से नियम जारी होने के साथ ही सेना में सभी महिलाओं को इस तरह की छुट्टियां दी जाएंगी। छुट्टी के नियम सब पर समान रूप से लागू होंगे चाहे वह अधिकारी हों या कोई अन्य रैंक।
सेना में महिलाओं की स्थिति में आएगा सुधार
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि यह निर्णय सशस्त्र बलों में सभी महिलाओं की समान भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। चाहे वे किसी भी रैंक की हो सभी को समान अधिकार मिलना चाहिए ऐसा रक्षा मंत्री का मानना है। छुट्टी के इस प्रावधान से सशस्त्र बलों से संबंधित महिला सैन्य कर्मचारियों के पारिवारिक और सामाजिक मुद्दों से निपटने में आसानी होगी। यह उपाय सेना में महिलाओं की कार्य स्थितियों में सुधार करने जा रहा है और उन्हें पेशेवर तथा पारिवारिक जीवन को बेहतर तरीके से संतुलित करने में सहायता करेगा।
महिलाएं किसी से कम नहीं
भारत की सुरक्षा में महिलाओं की संख्या अच्छी खासी है। छुट्टी के इस नए नियम से उनकी स्थिति में और सुधार आएगा। अगर हम बात करें भारतीय सैन्य कर्मियों में महिलाओं की स्थिति की तो भारत सरकार के अनुसार मार्च 2023 तक आर्मी में सभी पदों को मिलाकर 7093 महिला सुरक्षाकर्मी सेवाएं दे रही है। वहीं भारतीय वायु सेना में एक मार्च 2023 तक (स्वास्थ्य सेवाओं को छोड़कर) 1636 महिला सेवाएं दे रही है। वहीं नेवी में 748 महिलाएं हैं, उन सभी महिलाओं को अब समान छुट्टियां मिल सकेगी।
पहले क्या थे नियम
रक्षा मंत्रालय के अनुसार इससे पहले अधिकतम दो बच्चों के जन्म के लिए वेतन बिना कटे 180 दिन की छुट्टी महिलाओं को मिलती थी। एबॉर्शन या मिसकैरेज की स्थिति में 30 दिन की छुट्टी मिलती थी।