नई दिल्ली – ATS की टीम ने शनिवार 7 अक्टूबर को प्रयागराज में ISIS आतंकी मोहम्मद रिजवान अशरफ के ठिकानों पर छापेमारी की है। ATS की टीम ने रिजवान अशरफ के साथी फारूक के घर पर छापा मारा और उसके परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ की। इस दौरान टीम ने घर में मौजूद इस्लामिक साहित्य से जुड़े कुछ दस्तावेज भी बरामद किए।
आतंकी रिजवान अशरफ के ठिकानों पर छापेमारी
दरअसल ATS टीम को संदिग्ध आतंकी रिजवान अशरफ का लंबे समय तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रहने की बात का पता चला। जिसके बाद जांच एजेंसियां इसकी जांच करने प्रयागराज पहुंची और नैनी इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की। रिजवान अशरफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2 अक्टूबर को मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ अब्दुल्ला उर्फ मोहम्मद इब्राहिम उर्फ प्रिंस और मोहम्मद अरशद वारसी के साथ गिरफ्तार किया था। ये तीनों आईएसआई-प्रायोजित मॉड्यूल का हिस्सा थे।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने किया था गिरफ्तार
छापेमारी की कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए प्रयागराज पुलिस की भी मदद ली गई। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले रिजवान अशरफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चार दिन पहले गिरफ्तार किया था। रिजवान की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लखनऊ से की थी। इस दौरान रिजवान अशरफ ने जांच एजेंसी को दिए गए बयान में तमाम चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
ISIS के लिए काम करता था रिजवान अशरफ
आतंकी मोहम्मद रिजवान द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रिजवान पढ़ाई के बाद काफी दिनों तक प्रयागराज के नैनी में रहा है। सपा नेता शारिक के परिवार से संदिग्ध आतंकी मोहम्मद रिजवान का बेहद करीबी रिश्ता रहा है। वह बीटेक करने के बाद अपने मंसूबे को पूरा करने के लिए प्रयागराज आया था। यहां वह धर्मगुरु बनकर ISIS के लिए काम कर रहा था। प्रयागराज में ही वह इंजीनियर रिजवान से मौलाना रिजवान बन गया था।