हरियाणा के बहुचर्चित एयर होस्टेस गीतिका सुसाइड केस में आज फैसला आएगा। पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा के खिलाफ दुष्कर्म केस में आज राउज एवेन्यु कोर्ट फैसला सुना सकती है। इस केस में सिरसा के हलोपा विधायक गोपाल कांडा मुख्य आरोपी हैं, जबकि MDLR कंपनी में सीनियर मैनेजर रही अरुण चड्डा का भी आरोपी हैं।
वहीं कोर्ट का फैसला विधायक गोपाल कांडा का राजनीतिक भविष्य तय करेगा, यदि उन्हें दोषी ठहराया जाता है तो उनका विधायक का पद जा सकता है। चलिए जानते हैं पूरा मामला…
कांडा को छोड़नी पड़ी थी कुर्सी
- गीतिका सुसाइड केस में आरोपी गोपाल कांडा तब हरियाणा की हुड्डा सरकार में गृह राज्यमंत्री थे।
- गोपाल कांडा ने निर्दलियों के साथ मिलकर हुड्डा सरकार को समर्थन दिया था।
- बदले में हुड्डा सरकार में उन्हें गृह राज्यमंत्री का पद मिला।
- गीतिका सुसाइड कांड में नाम आने के बाद गोपाल को अपना मंत्री पद छोड़ना पड़ा और उन्हें तिहाड़ जेल में रहना पड़ा।
भाजपा को दे रहे हैं समर्थन
- सिरसा से हलोपा के विधायक गोपाल कांडा मौजूदा समय में हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार को अपना समर्थन दे रहे हैं।
- उनके भाई गोविंद कांडा भाजपा में है और ऐलनाबाद से पार्टी की टिकट पर उप-चुनाव लड़ चुके हैं।
- गोपाला कांडा की हलोपा NDA गठबंधन में शामिल है।
अगस्त 2012 का मामला
- कांडा की एयरलाइंस में काम करने वाली गीतिका ने 5 अगस्त 2012 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
- कांडा पर दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौन संबंध के आरोप लगे।
- गीतिका ने सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उसने गोपाल कांडा पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे।