नई दिल्ली – राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बुधवार 11 अक्टूबर को सुबह से ही प्रतिबंधित संगठन Popular Front of India (PFI) के ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। एजेंसी द्वारा यह छापेमारी देशभर में 12 ठिकानों पर चल रही है। यह सभी ठिकाने उत्तर प्रदेश, दिल्ली-NCR, राजस्थान एवं महाराष्ट्र में मौजूद हैं। करीब एक महीने पहले NIA ने PFI के 19 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें से 12 लोग PFI के नेशनल एग्जक्यूटिव काउंसिल (NEC) के सदस्य थे।
PFI के खिलाफ NIA का बड़ा एक्शन
दरअसल बुधवार सुबह करीब 5 बजे से ही NIA द्वारा यह छापेमारी की जा रही है। जिसके तहत PFI से जुड़े संगठनों के कई ठिकानों पर पूरे देशभर में एक साथ कार्रवाई की जा रही है। इसमें मामले में लखनऊ के मदेगंज बड़ी पकरिया इलाके के 3 घरों पर NIA की टीम छापेमारी की है। NIA की टीम ने पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ इन जगहों पर दस्तक दी है। एजेंसी द्वारा की जा रही इस छापेमारी में पुरुष के साथ महिला पुलिसकर्मियों को भी सामिल किया गया है।
NIA का PFI के कई ठिकानों पर छापा
दूसरी तरफ बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला एवं कुर्सी थाना क्षेत्र के बोरहार गांव में NIA की टीम ने छापेमारी की है। वहीं NIA एजेंसी की टीम ने तमिलनाडु में भी मदुरई के कई इलाकों में PFI से जुड़े संगठनों के ठिकानों पर छापेमारी की है। दरअसल वर्ष 2006 में केरल के नेशनल डेवलमेंट फ्रंट (NDF) एवं कर्नाटक फ्रंट ऑफ डिग्निटी (KFD) के एक साथ आने से PFI का जन्म हुआ था।
8 संगठनों पर 5 वर्षों तक लगा प्रतिबंध
इस PFI के बनने के साथ ही इसके सदस्य देशभर में कई हत्याओं एवं हिंसा के मामलों में शामिल रहे हैं। जिसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के खतरे एवं इन संगठनों के आतंकवादियों से तार जुड़े होने के कारण केंद्र सरकार ने PFI एवं उससे जुड़े 8 संगठनों पर 5 वर्षों तक का प्रतिबंध लगा दिया है।