इतिहासयूपी

Gyanvapi: ज्ञानवापी में मिले चिह्नों को सुरक्षित करने की मांग पर सुनवाई 17 अगस्त को

वाराणसी – ज्ञानवापी और श्रृंगार गौरी से जुड़े मुकदमे की वादिनी राखी सिंह की ओर से जिला जज की अदालत में शुक्रवार को एक प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया है। इसमें ज्ञानवापी परिसर में मौजूद चिह्नों को सुरक्षित करने समेत अन्य मांगें की गई हैं। राखी सिंह की ओर से उनके वकील सौरभ तिवारी वाद दाखिल कर इसमें उत्तर प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी वाराणसी, पुलिस कमिश्नर, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद और श्रीकाशी विश्वनाथ ट्रस्ट को प्रतिवादी बनाया है।

प्रार्थना पत्र में मांग की गई है कि ज्ञानवापी परिसर में एडवोकेट कमिश्नर की कार्यवाही के दौरान मिले और वर्तमान में चल रहे एएसआइ के सर्वे के दौरान मिले हिंदू धर्म के चिह्नों को तब तक सील व सुरक्षित करने का आदेश जिम्मेदार अधिकारियों को दिया जाए जब तक मुकदमे का फैसला नहीं आ जाता।

इसके साथ ही ज्ञानवापी में नमाज पढ़ने वालों की संख्या निर्धारित की जाए ताकि हिंदू धर्म के चिह्नों और श्री आदि विश्वेश्वर को कोई नुकसान नहीं हो पाए। वहां मौजूद चिह्नों को नुकसान से बचाने के लिए प्रतिवादी अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद को ज्ञानवापी में मौजूद इमारत के रंग-रोगन से रोका जाए। अदालत ज्ञानवापी से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए पहले से तय तिथि 17 अगस्त को ही इस प्रार्थना पत्र पर भी सुनवाई करेगी।

ज्ञानवापी में धार्मिक कार्य करने की मांग की सुनवाई टली
ज्ञानवापी परिसर में कब्रों का जिक्र करते हुए उर्स एवं अन्य धार्मिक कार्य करने की मांग को लेकर लोहता के मुख्तार अहमद अंसारी के लंबित वाद की सुनवाई शुक्रवार को टल गई है। सुनवाई के लिए अब अगली तिथि 25 अगस्त तय की गई है। इस मामले में पक्षकारों का जवाब दाखिल करने का अवसर समाप्त करने की मांग वादी पक्ष की ओर से की गई है। सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक) कोर्ट में दाखिल मुकदमे में लखनऊ की रंजना अग्निहोत्री, आशीष तिवारी, आशीष कुमार शुक्ला, वाराणसी के पवन कुमार पाठक, राम कुमार जायसवाल ने उक्त वाद में पक्षकार बनाए जाने की अदालत से अपील की थी। इसे अदालत ने स्वीकार किया था।

आपत्ति के लिए मस्जिद पक्ष ने मांगी वाद की प्रति
ज्ञानवापी को लेकर दाखिल प्रतिनिधि वाद की सुनवाई शुक्रवार को सिविल जज (सीनियर डिविजन) शिखा यादव की अदालत में हुई। मस्जिद पक्ष (अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद) ने आपत्ति दाखिल करने के लिए वाद की प्रति की मांग की। श्रीकाशी विश्वनाथ नेमी भक्त मंडल ने पक्षकार (वादी मुकदमा) बनने का प्रार्थना दिया। इस मामले में अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी। संचय कुमार रस्तोगी, नवीन कुमार सिंह, अजीत कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह व अखंड प्रताप सिंह ने प्रतिनिधि वाद दायर किया है। इसमें अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद व काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को प्रतिवादी बनाया है। मांग की गई है कि मां शृंगार गौरी, आदि विश्वेश्वर सहित प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष देवी देवताओं के नित्य दर्शन-पूजन, राग-भोग में प्रतिवादी न अवरोध उत्पन्न करें और न ही सनातनियों के साथ रोक-टोक करें। अंदर स्थित मूर्तियों, शिवलिंग और दीवारों पर स्वास्तिक, त्रिशूल, कमल के फूल, घंटी, ओम लिखे हैं, उसे नष्ट न करें।

REPUBLIC NOW

Republicnow.in एक स्वतंत्र डिजिटल न्यूज़ चैनल है, जो आपको सबसे तेज और सटीक खबरें प्रदान करता है। हमारा लक्ष्य है कि हम दुनिया भर की महत्वपूर्ण और प्रासंगिक खबरें आप तक पहुँचाएँ। राजनीति, मनोरंजन, खेल, बिज़नेस, टेक्नोलॉजी, और अन्य विषयों पर हमारी निष्पक्ष और प्रमाणिक रिपोर्टिंग हमें सबसे अलग बनाती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button