New Parliament : PM मोदी ने किया वादा, ‘महिला शक्ति वंदन’ अधिनियम बनकर रहेगा कानून

नई दिल्ली – महिला आरक्षण बिल को मोदी कैबिनेट ने सोमवार को विशेष सत्र के दौरान मंजूरी दे दी। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार जल्द ही इसे लोकसभा में पेश कर सकती है। यह पहली बार नहीं है जब महिला आरक्षण बिल सदन के पटल पर आएगा। यह महत्वपूर्ण मुद्दा 1996 से अब तक 27 वर्षों में कई बार संसद में उठाया गया है। लेकिन यह दोनों सदनों में पारित नहीं हो सका। 2010 में इसे राज्यसभा में हंगामे के बीच पास भी कर दिया गया था। लेकिन यह लोकसभा से पारित नहीं हो सका।
‘नारी शक्ति वंदन कानून’ नाम दिया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल लाया गया। लेकिन हम इसे पास करने के लिए डेटा नहीं जुटा सके और इस वजह से सपना अधूरा रह गया। भगवान ने मुझे महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी शक्ति को आकार देने का काम करने के लिए चुना है। पीएम नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण को ‘नारी शक्ति वंदन कानून’ का नाम दिया है।
आपको बता दें कि संसद का विशेष सत्र चल रहा है। आज सत्र का दूसरा दिन है। नए संसद भवन में आज से सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों का पुरानी संसद में एक साथ फोटो शूट हुआ और फिर पीएम मोदी के साथ सभी सांसद पैदल चलकर नई संसद पहुंचे। इसमें पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मौजूद रहे।
शायद ईश्वर ने ऐसे पवित्र काम के लिए मुझे चुना है
नई संसद में अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महिला आरक्षण को लेकर संसद में पहले भी प्रयास हो चुके हैं। 1996 में पहली बार बिल पेश किया गया था। अटल जी के कार्यकाल में महिला आरक्षण बिल कई बार पेश किया गया लेकिन इसे पास कराने के लिए आंकड़ों की कमी के कारण सपना अधिकार बना रहा। वो काम…शायद भगवान ने मुझे ऐसे कई पवित्र कामों के लिए चुना है। एक बार फिर हमारी सरकार ने कदम उठाया है। कल ही कैबिनेट में महिला आरक्षण बिल को मंजूरी मिल गई है।