IND vs SL: टीम इंडिया ने 8वां एशिया कप खिताब जीत लिया है। टीम ने डिफेंडिंग चैंपियन श्रीलंका को 10 विकेट से हरा दिया। वनडे में गेंद शेष रहते हुए यह भारत की सबसे तेज जीत है। इससे पहले टीम इंडिया ने 2001 में केन्या को 231 गेंद शेष रहते हराया था। 50 ओवर वनडे में सबसे तेज जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका के नाम है। श्रीलंकाई टीम ने 2001 में जिम्बाब्वे को 274 गेंद शेष रहते हुए हराया था। हालांकि, ओवरऑल रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम है। 1979 में इंग्लिश टीम ने कनाडा को 60 ओवर के मैच में 277 गेंद शेष रहते हुए हरा दिया था। कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंकाई टीम 15.2 ओवर में 50 रन पर ऑलआउट हो गई। जवाब में टीम इंडिया ने 6.1 ओवर में 51 रन बनाकर जीत दर्ज कर ली।
श्रीलंकाई बल्लेबाज 20 रन के पार भी नहीं पहुंचे
भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने श्रीलंकाई बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए। टीम का कोई भी बल्लेबाज 20 का आंकड़ा पार नहीं कर सका। कुसल मेंडिस ने सबसे ज्यादा 17 रनों की पारी खेली, जबकि दुशान हेमंथ ने 13 रन बनाए।
पावरप्ले में श्रीलंकाई पारी लड़खड़ा गई
पावरप्ले में श्रीलंकाई पारी लड़खड़ा गई। टीम ने 10 ओवर में 33 रन पर 6 विकेट खो दिए। सिराज ने 5 और बुमराह ने एक विकेट लिया। स्थिति ऐसी रही कि टीम का कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक तक नहीं पहुंच सका।
सिराज ने की चामिंडा वास के रिकॉर्ड की बराबरी
मोहम्मद सिराज ने वनडे क्रिकेट में सबसे कम गेंदों पर 5 विकेट लेने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। सिराज ने 16 गेंदों में 5 विकेट लिए। श्रीलंका के चामिंडा वास ने 2003 में बांग्लादेश के खिलाफ 16 गेंदों में 5 विकेट लिए थे।
भारत ने दर्ज की वनडे में गेंदों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत
श्रीलंका के खिलाफ इस फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने अपने वनडे क्रिकेट इतिहास की गेंदें शेष रहने के मामले में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। टीम इंडिया ने 263 गेंदों पहले यह मैच जीत लिया। इससे पहले साल 2001 में भारतीय टीम की वनडे में सर्वाधिक गेंदें शेष रहते हुए जीत आई थी। केन्या के खिलाफ मैच में टीम ने ब्लोंमफोंटेन के मैदान पर 231 गेंदों पहले मुकाबला अपने नाम किया था।
वनडे फाइनल में दूसरी बार 10 विकेट से दर्ज की जीत
वनडे क्रिकेट इतिहास में टीम इंडिया ने दूसरी बार किसी टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में 10 विकेट से जीत दर्ज की है। इससे पहले साल 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ फाइनल मैच में मिले 197 रनों के लक्ष्य को बिना किसी नुकसान के हासिल किया था। इसके बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया की टीम है जिन्होंने साल 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी के मैदान पर 118 रनों का लक्ष्य बिना किसी नुकसान के बनाया था। वहीं तीसरे नंबर पर अब टीम इंडिया है जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ इस मैच में जीत हासिल करते हुए अपनी जगह को बनाया है।
वनडे इतिहास के फाइनल में सबसे ज्यादा गेंदे शेष रहते हुए जीत
भारतीय टीम अब किसी वनडे टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में सबसे ज्यादा गेंदे शेष रहते हुए जीत हासिल करने के मामले पहले स्थान पर है। टीम इंडिया ने इस मैच को 263 गेंदें शेष रहते हुए अपने नाम किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम पर था जब उन्होंने सिडनी के मैदान पर साल 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में 226 गेंदें शेष रहते हुए जीत हासिल की थी।