नई दिल्ली – Grocery Price Hike : आगामी 15 अक्टूबर से नवरात्र की शुरुआत होने जा रही है और इसके साथ ही त्योहारी सीजन (Festival Season) भी शुरू हो जाएगा। इस बीच महंगाई ने त्योहार का मजा अभी से किरकिरा करना शुरू कर दिया है। खाद्य पदार्थों के साथ दाल की बढ़ी कीमतों की वजह से रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। कुलमिलाकर थाली महंगी हो गई है।
अरहर और मूंग की दाल की कीमत में इजाफा
जानकारों की मानें तो मानसून के दौरान असमय बारिश ने दाल की फसल को प्रभावित किया है, जिसका असर अब देखने को मिल रहा है। दरअसल, बारिश की वजह से कम आपूर्ति की वजह से दालों की कीमतों में इजाफा हुआ है। पिछले एक महीने के दौरान दाल की कीमतों में 20 रुपये तक का इजाफा हुआ है।
उड़द की दाल की कीमत में भी बढ़ोतरी
अरहर दाल की कीमत फिलहाल 150 रुपये से लेकर 170 रुपये प्रति किलोग्राम तक है। वहीं, उड़द दाल 100 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई है। इसी तरह चना छोड़ा की कीमतें भी उड़द की तरह 100 से 120 रुपये के बीच है।
खाद्य तेलों के बढ़े दाम
सिर्फ दाल की कीमतों में ही इजाफा नहीं हुआ है, बल्कि सरसों के तेल दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल सरसों 110-120 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है।
लोंग से लेकर इलायची तक की बढ़ी कीमत
छोटी इलायची वर्तमान में 2000 से 3000 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रही है, वहीं काली मिर्च 600 से 800 रुपये प्रति किलो हो गई है। लोंग की कीमत 800 से 1200 रुपये प्रति किलो की बीच हो गई है।
बेसन और चीनी भी महंगी
प्रति किलोग्राम चीनी की कीमत 38-44 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि बेसन 70-90 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
हल्दी भी 120 से 160 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। इसी तरह लाल मिर्च 260 रुपये से 300 रुपये प्रति किलो है। जीरा 700 रुपये प्रति किलोग्राम मिल रहा है। इस बीच राहत की बात यह है कि कच्चे तेल में इजाफा होने के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर हैं।