
Forbes India Top 100 Richest List 2023 : भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी ने देश के 100 सबसे अमीरों की 2023 फोर्ब्स सूची में फिर से पहला स्थान हासिल कर लिया है। इससे पहले पिछले दिनों जारी 2023 के लिए 360 वन वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपने प्रतिद्वंद्वी का पछाड़कर पहले स्थान पर आ गए हैं।
भारत के 100 अमीरों की सूची जारी
फोर्ब्स के अनुसार, भारत देश के 100 सबसे अमीरों की सामूहिक संपत्ति वर्ष 2023 में 799 अरब डॉलर पर स्थिर रही और यह एक तरह से सुखद है। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 92 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ नंबर 1 स्थान हासिल किया है।
गौतम अडाना दूसरे स्थान पर
पिछले वर्ष मुकेश अंबानी से आगे निकले उद्योगपति गौतम अडानी की संपत्ति यूएस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद 82 बिलियन से 68 बिलियन तक गिर गई और वह दूसरे स्थान पर खिसक गए।
शिव नाडर को दूसरा स्थान
उधर, सॉफ्टवेयर की दुनिया के दिग्गज शिव नादर 29.3 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ दो स्थान ऊपर चढ़कर तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। फोर्ब्स ने यह सूची बृहस्पतिवार को जारी की है।
चौथे स्थान पर ओपी जिंदल समूह
इसके मुताबिक, बिजली और इस्पात समूह ओपी जिंदल समूह की मातृ प्रधान सवित्री जिंदल वर्ष 2023 में 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 24 बिलियन डॉलर के साथ चौथे स्थान पर हैं। इस कंपनी ने अपनी संपत्ति में ठीकठाक इजाफा किया है।
राधाकिशन दमानी 5वें स्थान पर
पांचवें स्थान पर एवेन्यू सुपरमार्ट्स के राधाकिशन दमानी हैं। बावजूद इसके कि उनकी संपत्ति पहले के 27.6 बिलियन डॉलर से घटकर 23 बिलियन डॉलर हो गई है। फिर भी वह पांचवें स्थान पर काबिज हैं।
इंदर जयसिंघानी को भी जबरदस्त फायदा
सबसे रोचक बात यह है कि इंदर जयसिंघानी 6.4 बिलियन डॉलर के साथ 32वें नंबर पर हैं। हैरत की बात यह है कि उनके परिवार की कुल संपत्ति लगभग दोगुनी हो गई। बताया जा रहा है कि तार और केबल कंपनी, पॉलीकैब इंडिया को बढ़ते विद्युतीकरण से कंपनी को जबरदस्त फायदा हुआ है।
भारत में बढ़ा निवेश के प्रति रुझान
गौरतलब है कि भारत का शेयर बाजार 14 प्रतिशत बढ़ गया है। उधर, एशिया वेल्थ संपादक और फोर्ब्स एशिया के भारत संपादक नाज़नीन करमाली का कहना हैकि भारत प्रगति कर रहा है और वैश्विक निवेशकों द्वारा इसे एक आकर्षक स्थान माना जा रहा है। इसका असर यह है कि भारत एक उभरता हुआ देश बना है, जहां निवेश के प्रति रुझान बढ़ा है।