Axiom-4 Mission : आज ISS पर करेगा स्पेसक्राफ्ट डॉकिंग, भारतीय मूल के शुभांशु शुक्ला निभा रहे हैं अहम भूमिका

Axiom-4 Mission : अंतरिक्ष की दुनिया में आज एक ऐतिहासिक क्षण आने वाला है। अमेरिका की निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space द्वारा संचालित Axiom-4 (Ax-4) मिशन का स्पेसक्राफ्ट आज अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर डॉक करेगा। इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें भारतीय मूल के वैज्ञानिक शुभांशु शुक्ला अहम भूमिका निभा रहे हैं।
Axiom-4 मिशन को कुछ दिन पहले स्पेसएक्स (SpaceX) के फाल्कन 9 रॉकेट के ज़रिए फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। यह मिशन पूरी तरह से व्यावसायिक है, जिसका उद्देश्य अंतरिक्ष पर्यटन और अनुसंधान के क्षेत्र में एक नया अध्याय खोलना है।
शुभांशु शुक्ला कौन हैं?
भारतीय मूल के शुभांशु शुक्ला इस मिशन में तकनीकी मिशन विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इस डॉकिंग प्रक्रिया के हर पहलू की निगरानी और योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शुभांशु की टीम ने अंतरिक्ष स्टेशन पर सुरक्षित डॉकिंग सुनिश्चित करने के लिए महीनों तक परीक्षण, सॉफ्टवेयर नियंत्रण और सिस्टम इंटीग्रेशन पर काम किया।
Axiom-4 मिशन के मुख्य उद्देश्य
- अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर वैज्ञानिक प्रयोग
- निजी और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण
- व्यावसायिक अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में कदम
- पृथ्वी के पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर माइक्रोग्रैविटी के प्रभावों का अध्ययन
आज का कार्यक्रम
- डॉकिंग समय: भारतीय समयानुसार दोपहर 3:45 बजे
- स्थान: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS)
- लाइव प्रसारण: NASA और Axiom Space के आधिकारिक चैनलों पर लाइव स्ट्रीमिंग
वैश्विक महत्व
Axiom-4 मिशन भविष्य में पृथ्वी की कक्षा में प्राइवेट स्पेस स्टेशन स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम है। शुभांशु शुक्ला जैसे भारतीय प्रतिभाओं की भागीदारी भारत के अंतरिक्ष विज्ञान में बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।
पूरी दुनिया की निगाहें इस मिशन की सफलता पर टिकी हैं। भारतवासियों के लिए यह गर्व का विषय है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष मिशन में भारतीय मूल के वैज्ञानिक अग्रिम पंक्ति में हैं।