
नई दिल्ली – Waheeda Rehman: पद्मश्री और पद्मभूषण से नवाजी जा चुकीं बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान को अब दादा साहेब फालके पुरस्कार ( Dadasaheb Phalke Award) से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही 10 लाख रुपये की धनराशि भी दी जाएगी। वहीदा रहमान ने साल 1938 में तमिलनाडु की चेंगलपट्टु में पैदा हुईं थी और उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। जैसे ‘कागज के फूल’, ‘गाइड’, ‘प्यासा’, ‘तीसरी कसम’, ‘खामोशी’, ‘नीलकमल’ आदि।
50 के दशक में की तेलुगु फिल्म से शुरुआत
वहीदा रहमान ने 50 के दशक में तेलुगु फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी। हिंदी सिनेमा के अलावा उन्होंने तमिल, तेलुगु, मलयालम और बंगाली फिल्मों में भी काम किया है। हिंदी सिनेमा में उन्हें पहला ब्रेक साल 1956 में सीआईडी फिल्म से मिला था, जिसमें उन्होंने नेगेटिव किरदार निभाया। वहीदा रहमान हिंदी सिनेमा की उन दिग्गज एक्ट्रेस में से एक हैं जिन्होंने ब्लैक एंड व्हाइट से लेकर कलर फिल्मों में अपनी एक्टिंग का दम दिखाया।
डॉक्टर बनना चाहती थीं वहीदा रहमान
बहुत कम लोग जानते हैं कि वहीदा रहमान एक एक्टर नहीं बल्कि डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन 13 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया, जिसकी वजह से उनका डॉक्टर बनने का सपना अधूरा रह गया। इसके बाद उन्हें तेलुगु फिल्मों के ऑफर आने लगे। फिर तेलुगू फिल्मों के प्रीमियर पर वहीदा रहमान को मशहूर एक्टर गुरु दत्त ने देखा, जहां से उनके लिए बॉलीवुड के रास्ते खुले। आपको बता दें कि, वहीदा रहमान गुरु दत्त को अपना गुरु मानती हैं।
कौन थे वहीदा रहमान के पति?
अपनी एक्टिंग से वहीदा रहमान ने लाखों दिल जीत लिए थे। वहीदा रहमान की इन्हीं अदाओं पर एक बार एक्टर कमलजीत फिदा हो गए थे, जिनसे एक्ट्रेस ने बाद में शादी कर ली थी। वहीदा रहमान और कमलजीत की पहली मुलाकात 1964 में फिल्म ‘शगुन’ के सेट पर हुई थी। वहीदा को देखते ही कमलजीत उन्हें दिल दे बैठे थे. 1974 में दोनों की शादी हुई थी। दोनों का एक बेटा सोहेल रेखी और बेटी काश्वी रेखी है जो आज एक राइटर हैं।