
लखनऊ – कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के एक बयान से अमेठी के पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हो गए है। अमेठी से 2024 में उन्होंने राहुल गांधी के चुनाव लड़ने की अपनी पुरानी बात अध्यक्ष के रूप में शुक्रवार को मजबूती से दोहराई है। अजय राय कांग्रेस के वह नेता हैं। जिन्हें पार्टी ने पिछले कुछ वर्षों से अमेठी में लगा रखा है और वह लगातार यहां सक्रिय भी हैं।
प्रदेश अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी के तुरंत बाद आए बयान ने अमेठी की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। अमेठी के चुनावी दंगल में राहुल गांधी व केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी तीसरी बार आमने-सामने होंगी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आम चुनाव 2004 में पहली बार अमेठी से जीतकर संसद पहुंचे तो 2014 में पहली बार भाजपा के टिकट पर स्मृति इरानी ने राहुल गांधी को जोरदार टक्कर दी और पांच वर्ष बाद 2019 में राहुल गांधी को 50 हजार से अधिक मतों से हराकर स्मृति इरानी दिल्ली पहुंची। आम चुनाव 2024 में अब नौ माह शेष हैं। ऐसे में राजनीतिक सरगर्मी अमेठी में बढ़ गई हैं।
अब तक अमेठी में दो बार हार चुका है गांधी परिवार
अमेठी में अब तक दो बार ही ऐसे मौके आए हैं। जब गांधी परिवार के किसी सदस्य को कांग्रेस के टिकट पर लड़ने के बाद भी हार का सामना करना पड़ा है। चार साल पहले 2019 में गांधी-नेहरू परिवार की परंपरागत सीट अमेठी को भाजपा की स्मृति इरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर जीत ली थी।
इससे पहले अमेठी में 1977 में संजय गांधी को जनता लहर में हार का सामना करना पड़ा था। यह संजय गांधी पहला चुनाव था। 1984 में राजीव गांधी के मुकाबले मेनका गांधी भी चुनाव नहीं जीत पाई थी।
प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कर दी तस्वीर, राहुल गांधी ही होंगे प्रत्याशी
कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंघल कहा कि आम चुनाव 2024 में अमेठी सीट से राहुल गांधी ही चुनाव मैदान में होंगे। यह बात आज हमारे प्रदेश अध्यक्ष ने साफ कर दी है। अमेठी हमेशा गांधी-नेहरु परिवार की थी और आगे भी रहेगी। कार्यकर्ता पूरी तरह चुनाव के लिए तैयार हैं।