जबलपुर – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबलपुर में गोंडवाना साम्राज्य की रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर स्मारक शिलान्यास के साथ रेल और आवास से जुड़ी 12 हजार करोड़ की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस अवसर पर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि न गरीबों का पैसा लूटने दूंगा और न ही कांग्रेस नेताओं की तिजोरी भरने दूंगा। कांग्रेस का एक पीएम बोलते थे कि दिल्ली से 1 रुपए भेजते थे, 15 पैसा पहुंचता था। उन्होंने कहा कि आज एक तरफ देश की उपलब्धियों का चर्चा पूरी दुनिया कर रही है। अब इस हद तक चले गये हैं कि भाजपा को गाली देने के साथ-साथ देश को भी गाली देने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के सेना के जवानों की बात उन्हें सही नहीं लगती है। आतंकियों की बात उन्हें अच्छी लगती है। देश ने अमृत महोत्सव मनाया है, लेकिन ये लोग आजादी के अमृत काल का भी मजाक उड़ाते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने आजादी के बाद इतने दिनों तक सरकार चलाई। उसने आदिवासी समाज को भी सम्मान नहीं दिया है। लंबे समय तक जो सत्ता में रहे, उन्होंने आदिवासी समाज के योगदान का राष्ट्रीय पहचान क्यों नहीं दी। इसके लिए भाजपा का इंतेजार क्यों करना पड़ा?
उन्होंने कहा कि एक पार्टी ने जो लंबे समय तक सरकार चलाई है। केवल एक परिवार की चरणवंदना किया है। केवल एक ही परिवार को महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि परिवारवाद और भ्रष्टाचार को प्रश्रय देने वाले सरकार ने आदिवासी समाजों को लूटा है। उन्होंने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की प्राथमिकता वंचितों को प्राथमिकता है।
रसोई गैस और होगी सस्ती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रक्षा बंधन के पर्व पर भाई-बहन को कुछ भेंट देता है। रक्षाबंधन के पर्व पर सभी बहनों का गैस सिलेंडर सस्ता कर दिया था। सिलेंडर 400 रुपए तक सस्ता किया गया। दुर्गा पूजा, नवरात्रि, दशहरा, दीपावली त्यौहार आने वाले हैं। मोदी सरकार ने उज्जवला का सिलेंडर 100 रुपए सस्ता कर दिया है।
उन्होंने कहा किपिछले कुछ सप्ताह में उज्जवला लाभार्थी महिलाओं का सिलेंडर 500 रुपए सस्ता हुआ है। अब 600 रुपए में मिल जाएगा। पाइप से रसोई गैस आए। भाजपा सरकार काम कर रही है। गैस पाइप लाइन बिछाई जा रही है। लाखों परिवारों को लाभ होगा।
पहले घोटाले बनते थे हेडलाइन
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ससकार को हजारों करोड़ों के घोटाले हेडलाइन बनते थे। जो पैसा गरीब पर खर्च हो रहा था। वह कांग्रेस नेताओं की तिजोरियों में जा रहा था। क्या हालत थी देश की? 2014 के बाद उधर भी स्वच्छता अभियान चला दिया। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके 11 करोड़ फर्जी नामों को सरकारी दफ्तरों से हटाया है। 11 करोड़ वे नाम थे, जिनका कभी जन्म ही नहीं हुआ था।