Mahadev App Scam : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मुसीबतों से घिर गए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर्स ने सीएम बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए थे। ईडी के इस दावे के बाद से बीजेपी उनपर हमलावर है। इसी मुद्दे को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। स्मृति ईरानी ने कहा कि सत्ता में रहकर कांग्रेस सट्टे का खेल खेल रही है।
स्मृति ईरानी ने कहा कि सत्ता में बैठकर भूपेश बघेल ने सट्टे का खेल खेला है। उन्होंने एजेंट असीम का जिक्र करते हुए सवाल किया कि क्या व्यास मेसेज से असीम दास को ये कहा गया कि वो रायपुर जाकर बघेल को चुनाव के लिए पैसे दें? क्या ये सही है कि कांग्रेस नेताओं को छत्तीसगढ़ में शुभम सोनी के जरिए असीम दास पैसा पहुंचाते थे? उन्होंने यह सारे सवाल भूपेश बघेल और कांग्रेस से किए।
फ्रीज किए गए 15 करोड़ 50 लाख
स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि सत्ता में रहकर सट्टे का खेल कांग्रेस नेतृत्व का चेहरा बन चुका है। कुछ दिनों पहले ही असीम दास पर किए गए सर्च ऑपरेशन में 15 करोड़ 50 लाख रुपये फ्रीज किए गए थे। स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि महादेव ऑनलाइन के प्रमोटर जो शासन और कांग्रेस से संरक्षण चाहते थे, वो चंद्रभूषण वर्मा नाम के अधिकारी के माध्यम से पैसे भेजते थे।
क्या है पूरा मामला ?
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल महादेव ऐप धोखाधड़ी में शामिल थे। ईडी का दावा है कि कथित घोटाले के एक संदिग्ध के ईमेल बयान से पता चला है कि ऐप के प्रमोटरों ने बघेल को ₹508 करोड़ की रिश्वत दी थी। एजेंसी ने यह भी कहा कि रायपुर के एक होटल से जब्त की गई ₹5.39 करोड़ की नकदी कांग्रेस पार्टी के चुनाव खर्च के लिए थी।
बघेल ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है और इन्हें चुनाव से ठीक पहले उनकी छवि खराब करने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास बताया है। उन्होंने बीजेपी पर छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए ईडी जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।