Kanpur Hair Transplant Case : सर्विलांस से पकड़ा गया डॉ. अनुष्का का झूठ, दो युवक रहते थे साथ, सात घंटे वाली कहानी भी हैरान कर देगी

Kanpur Hair Transplant Case : उत्तर प्रदेश के कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के कारण दो इंजीनियरों की मौत के मामले की जांच तेज हुई है। इस मामले में आरोपी डॉ. अनुष्का त्रिपाठी का सच सामने आया है। इसने उनके इस दावे की पोल खोल दी है कि हेयर ट्रांसप्लांट उनकी क्लिनिक में नहीं हुआ था। साथ ही, उन्होंने पुलिस को छह पॉइंट पर दिए बयान में दावा किया कि था हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान वह मरने वाले मरीजों के साथ नहीं थी। मोबाइल सर्विलांस ने डॉ. अनुष्का के सभी दावों को गलत साबित कर दिया है। जांच में सामने आया है कि हेयर ट्रांसप्लांट के दिन डॉ. अनुष्का सात घंटे तक मरीजों के साथ थीं। उनके मोबाइलों की लोकेशन उनकी क्लिनिक की ही पाई गई है। ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़नी अब तय मानी जा रही है।
ट्रांसप्लांट के दौरान थी मौजूद
आपको बता दे की इंपायर क्लीनिक में सहायक अभियंता विनीत और इंजीनियर मयंक का हेयर ट्रांसप्लांट हुआ था। वही डॉ. अनुष्का लगातार इससे इन्कार कर रही थी। सर्विलांस टीम को सीडीआर में विनीत और मयंक के हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान अनुष्का के साथ सात घंटे तक होने की लोकेशन मिली। इससे अनुष्का का यह झूठ भी पकड़ा गया। कानपुर में बीडीएस की डिग्री रखने वाली डॉ. अनुष्का तिवारी दो अप्रशिक्षित युवाओं के साथ मिलकर हेयर ट्रांसप्लांट का स्वांग रचती थी। मास्क और ग्लब्स पहनकर मौजूद डॉ. अनुष्का के दिशानिर्देश के मुताबिक युवक हेयर ट्रांसप्लांट करते थे। हेयर ट्रांसप्लांट के लिए अनुष्का के क्लीनिक में काम करने वाली तीन युवतियां इन युवकों को बुलाती थीं। जांच के दौरान युवतियों ने पुलिस को फोन पर मामले से दूर रखने की बात कहने के बाद फोन बंद कर लिया।
जल्द होगी गिरफ्तारी
इसके बाद पुलिस अभी तक इन युवतियों को भी तलाश नहीं कर पाई है। दूसरी ओर अनुष्का के साथ दोनों युवक भी अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर है। हालांकि अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच की टीम को अनुष्का की लोकेशन मिलने का दावा किया है। अधिकारियों के मुताबिक टीम ने अनुष्का की लोकेशन के आधार पर हरियाणा के रोहतक में डेरा डाला है। जल्द ही उसकी गिरफ्तार हो सकती है।
अपराध में शामिल कर्मचारियों की तलाश
गौरतलब है की पुलिस के हाथ से अनुष्का के निकल जाने के बाद उसकी गिरफ्तारी की जिम्मेदारी क्राइम ब्रांच को दी गई थी। डॉ. अनुष्का के साथ इस अपराध में शामिल कर्मचारियों की भी तलाश में पुलिस जुटी है। इनमें क्लीनिक में काम करने वाली तीन युवतियां शामिल हैं। यह युवतियां डॉक्टर के अपराध की जानकार हैं। इनसे कई बड़े राज खुलकर सामने आने की उम्मीद है।
सीसीटीवी, डीवीआर, दस्तावेज गायब
आपको बता दे की ये युवतियां क्लीनिक खुलने से लेकर बंद होने तक रहती थीं। मरीजों को मिलने का समय देने, उनका रिकार्ड रखने, फीस जमा कराने, हेयर ट्रांसप्लांट की पूरी व्यवस्था करने जैसी अहम जिम्मेदारियां निभाती थीं। हेयर ट्रांसप्लांट से इंजीनियर विनीत दुबे की मौत की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी मिलते ही अनुष्का और उनके पति ने क्लीनिक से सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर, दस्तावेज आदि गायब कर दिए थे।
तलाश में जुटी है पुलिस
क्लीनिक से कोई महत्वपूर्ण जानकारी न मिलने पर पुलिस ने अनुष्का से हेयर ट्रांसप्लांट कराने वाले कई लोगों से संपर्क किया। लोगों के बयानों से पुलिस को इन तीनों युवतियों की जानकारी और उनके मोबाइल नंबर मिले। पुलिस ने तीनों से फोन पर बात की। तीनों युवतियों ने पुलिस को वहां काम करने की तो जानकारी दी, लेकिन खुद को मामले से दूर रखने की बात कहते हुए अपने मोबाइल बंद कर लिए। पुलिस अभी तक तीनों युवतियों और दोनों युवकों तक नहीं पहुंच सकी है।