History of 26 September : आज ही के दिन जन्मे थे हिंदी सिनेमा के सदाबहार एक्टर देव आनंद…, जाने आज का इतिहास

History of 26 September : आज का इतिहास – प्रत्येक दिन विश्व में कुछ न कुछ ऐसा होता है जो की एक महत्वपूर्ण इतिहास (Important History) बन जाता है जैसे, खेल जगत में रिकॉर्ड बनना, किसी प्रसिद्द व्यक्ति का जन्म व् मृत्यु, आज के दिन के महत्वपूर्ण दिवस, विज्ञान में अविष्कार, आदि । भारत (India) और विश्व (World) में आज के दिन बहुत सी ऐसी प्रमुख ऐतिहासिक घटनायें (Historical Events) हुई जिनका जिक्र आज भी इतिहास (History) के पन्नो में किया गया है।
आज का इतिहास, भारत के दो महान व्यक्तियों के जन्म से जुड़ा है। एक ने सिनेमा के जरिए देश को नई दिशा दी, तो दूसरे ने देश के आर्थिक तंत्र को सुधारने में अहम भूमिका निभाई। बात कर रहे हैं हिंदी सिनेमा के सदाबहार एक्टर देव आनंद और भारत के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की।
बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता देव आनंद का जन्म 26 सितम्बर के दिन ही हुआ था। हिंदी सिनेमा में तकरीबन 6 दशक तक दर्शकों पर अपने हुनर, अदाकारी और रूमानियत का जादू बिखेरने वाले सदाबहार अभिनेता देव आनंद का जन्म 1923 में अविभाजित भारत के पंजाब सूबे के गुरदासपुर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। देव आनंद 50-60 के दशक के जाने-माने अभिनेताओं में से एक थे। उनका व्यक्तित्व, अदाकारी, सिर को झटकने की अदा और संवाद अदायगी का अंदाज निराला था। उन्होंने गाइड, टैक्सी ड्राइवर, नौ दो ग्यारह, ज्वेल थीफ, प्रेम पुजारी, हरे रामा हरे कृष्णा समेत कई हिट फिल्मों में काम किया।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का जन्म भी 26 सितंबर, 1932 को हुआ था। वह 2004 से 2014 के बीच देश के प्रधानमंत्री रहे। एक सुलझे हुए अर्थशास्त्री डॉ. सिंह को तत्कालीन प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव के कार्यकाल में वित्त मंत्री के रूप में किये गये आर्थिक सुधारों का श्रेय भी जाता है।
आज का इतिहास दुनिया के सबसे ताकतवर कहे जाने वाले मुल्क से भी जुड़ा है। अमेरिका में आज ही के दिन 26 सितंबर, 1960 में पहली बार टीवी पर प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई थी। जॉन. एफ कैनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच हुई इस डिबेट ने अमेरिकी चुनावों में प्रचार के पूरे तरीके को बदल दिया। आज भी अमेरिका में जब भी चुनाव प्रचार होता है। तो प्रेसिडेंशियल डिबेट को महत्वपूर्ण माना जाता है। उस वक्त इस डिबेट को टीवी पर करीब 6 करोड़ लोगों ने देखा था।
आज का इतिहास ऐसे की एक विश्वविजेता खिलाड़ी और दुनिया के महान बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर से भी जुड़ा है। आज ही के दिन उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय क्रिकेट मैच में 18वां शतक लगाकर डेसमंड हेन्स का विश्व रिकार्ड तोड़ दिया था और वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। तब से ये महान रिकॉर्ड उन्हीं के नाम पर है।
आज की ऐतिहासिक घटनाएं
1087: विलियम द्वितीय इंग्लैंड के सम्राट बने।
1629: स्वीडन और पोलैंड ने अल्टमार्क की शांति संधि पर हस्ताक्षर किये।
1777: अमेरिकी क्रांति: ब्रिटिश सैनिकों का फिलाडेल्फिया पर कब्जा।
1786: ब्रिटेन और फ्रांस ने व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1820: भारतीय समाज सुधारक, शिक्षाविद् और स्वतंत्रता सेनानी ईश्वर चन्द्र विद्यासागर का जन्म।
1872: न्यूयॉर्क सिटी में पहला मंदिर बना।
1919 : रोटरी क्लब ऑफ इंडिया की कलकत्ता में पहली बैठक हुई।
1923: जाने-माने अभिनेता देव आनंद का जन्म।
1932: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह का जन्म।
1944: सोवियत बलों ने एस्टोनिया पर कब्जा किया।
1950: संयुक्त राष्ट्र सैनिकों ने उत्तर कोरिया के सैनिकों से सोल को अपने कब्जे में लिया।
1950: इंडोनेशिया ने संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता ग्रहण की।
1953: अमेरिका और स्पेन ने रक्षा संधि पर हस्ताक्षर किये।
1954: जापान में तूफान से पांच नौकाएं डूबने से लगभग 1,600 लोगों की मौत।
1959: जापान के इतिहास में सबसे शक्तिशाली तूफान ‘वेरा’ से 4580 लोगों की मौत और 16 लाख लोग बेघर हुए।
1960: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के दो उम्मीदवारों जॉन एफ केनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच बहस का पहली बार टेलीविजन पर प्रसारण।
1976: चीन ने लोप नोर में परमाणु परीक्षण किया।
1980: सोयुज 38 पृथ्वी पर लौटा।
1984: ब्रिटेन, हांगकांग को चीन के हवाले करने के लिए सहमत हुआ।
1985: ट्यूनीशिया ने लीबिया के साथ राजनयिक संबंध खत्म किये।
1996: अंतरिक्ष यान एसटीएस 79 (अटलांटिस 17), पृथ्वी पर वापस लौटा।
1998 : सचिन तेंदुलकर ने एक दिवसीय क्रिकेट में 18वां शतक बनाकर विश्व रिकार्ड अपने नाम किया।
2009: फिलीपींस, चीन, वियतनाम, कंबोडिया, ला ओस और थाईलैंड में कैट्साना तूफान से 700 लोगों की मौत।
2014: मेक्सिको के इगुआला में 43 छात्रों का सामूहिक अपहरण।
2018: सुप्रीम कोर्ट ने 12 अंकों वाले आधार नंबर की वैधता को कायम रखा, लेकिन कहा कि बैंक अकाउंट्स, सेलफोन कनेक्शन और स्कूल एडमिशन के लिए इसे अनिवार्य नहीं किया जा सकता