
नयी दिल्ली: जुलाई का महीना भारत के चंद्रयान अभियान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। 14 जुलाई 2023 को छोड़ा गया भारत का चंद्रयान-3 लगातार अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है। अंतरिक्ष की गहराइयों और चांद तारों की चाल पर नजर रखने वाले लोग पल-पल इसके सफर पर नजर रख रहे हैं। पूरा देश इसकी सफलता की कामना कर रहा है। ऐसे में यह जान लेना दिलचस्प होगा कि चार बरस पहले जुलाई में ही चंद्रमा के अनछुए पहलुओं का पता लगाने के लिए चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से रवाना किया गया था।
इसे ‘बाहुबली’ नाम के सबसे ताकतवर और विशाल राकेट जीएसएलवी-मार्क ।।। के जरिए 22 जुलाई 2019 को प्रक्षेपित किया गया। इसे देश के अंतरिक्ष इतिहास की एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा गया।
देश-दुनिया के इतिहास में 22 जुलाई की तारीख पर दर्ज अन्य महत्त्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1731 : स्पेन ने वियना संधि पर हस्ताक्षर किए।
1918 : भारत के पहले कुशल पायलट इन्द्रलाल राय प्रथम विश्वयुद्ध के समय लंदन में जर्मनी से हुई लड़ाई में मारे गए।
1969 : सोवियत संघ ने स्पूतनिक 50 और मोलनिया 112 संचार उपग्रहों का प्रक्षेपण किया।
1981 : भारत के पहले भूस्थिर उपग्रह एप्पल ने कार्य करना शुरू किया।
1988 : अमेरिका के 500 वैज्ञानिकों ने पेंटागन में जैविक हथियार बनाने के शोध का बहिष्कार करने की प्रतिज्ञा ली।
1999 : अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा समान कार्य के लिए समान पारिश्रमिक की कार्य योजना लागू।
2001 : शेर बहादुर देउबा नेपाल के नये प्रधानमंत्री बने
2001 : समूह-आठ के देशों का जिनेवा में सम्मेलन सम्पन्न।
2003 : इराक में हवाई हमले में तानाशाह सद्दाम हुसैन के दो बेटे मारे गए।
2012 प्रणव मुखर्जी भारत के 13वें राष्ट्रपति निर्वाचित।
2019: श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण।