बंगाल

First Underwater Metro : भारत के पहले अंडर-वॉटर टनल मेट्रो को पीएम मोदी ने दिखाई हरी झंडी, छात्रों संग की सवारी, जानिए इसकी खासियत

Lok Sabha Elections 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोलकाता में भारत के पहले अंडरवॉटर मेट्रो रूट का उद्घाटन किया है। पीएम मोदी ने अंडरवाटर मेट्रो को हरी झंडी भी दिखाई। ये प्रोजेक्ट देश के बुनियादी ढांचे के विकास को प्रदर्शित करने वाली एक ऐतिहासिक परियोजना है। मेट्रो हुगली नदी के नीचे 16.6 किमी की दूरी तय करेगी।

मेट्रो सर्विस पश्चिम बंगाल की राजधानी के हावड़ा और साल्ट लेक को जोड़ेगी। इस दौरान पड़ने वाले छह में से तीन स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। बताया जा रहा है कि मेट्रो नदी के नीचे बनी सुरंग में मात्र 45 सेकंड में 520 मीटर की दूरी तय कर लेगी।

एक साल से भी कम समय में प्रोजेक्ट का उद्घाटन

आपको बता दे कि, इस ऐतिहासिक परियोजना का उद्घाटन एक साल से भी कम समय में हुआ है। पिछले साल यानी अप्रैल 2023 में कोलकाता मेट्रो ने टेस्टिंग के हिस्से के रूप में पानी के नीचे सुरंग के माध्यम से ट्रेन चलाकर इतिहास रचा था, जो भारत में पहली बार था। 

इस सप्ताह की शुरुआत में इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए कौशिक मित्रा ने कहा था कि अंडरवाटर मेट्रो सेवा हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कोलकाता के लोगों के लिए एक गिफ्ट है। उन्होंने कहा कि इस उद्घाटन के साथ लंबे समय से लंबित सपना साकार होने जा रहा है। पानी के नीचे मेट्रो सुरंग के अलावा, प्रधानमंत्री आज कोलकाता में कवि सुभाष-हेमंत मुखोपाध्याय और तारातला-माजेरहाट मेट्रो सेक्शन का भी उद्घाटन करेंगे।

66 दिन में एक भी पल बंद नहीं हुई मशीनें

आपको बता दे कि टनल का काम शुरू होने के बाद एक भी दिन बंद नहीं हुआ। तीन शिफ्टों में 15 सौ कर्मचारियों ने टनल का निर्माण किया है। शिफ्ट भी हैंड टू हैंड चेंज होती थी, यानी मशीन में जब दूसरा इंजीनियर या कर्मचारी बैठ जाता था, तभी पहला हटता था।

ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर प्रोजेक्ट का हिस्सा है अंडरवाटर मेट्रो

भारत की पहली अंडरवॉटर मेट्रो (Underwater Metro) सेवा कोलकाता के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर प्रोजेक्ट का हिस्सा है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना सेक्टर V को हुगली नदी के दूसरी ओर हावड़ा मैदान से जोड़ेगी। इसे 8,600 करोड़ रुपये में बनाया जा रहा है। हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड के बीच 4.8 किलोमीटर की दूरी है।

45 सेकंड में 520 मीटर दूरी तय करने की उम्मीद

मेट्रो रेलवे द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक ईस्ट-वेस्ट मेट्रो का 4.8 किलोमीटर लंबा हिस्सा 4,965 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के कुल 16.6 किलोमीटर में से 10.8 किमी भूमिगत है, जिसमें नदी के नीचे सुरंग भी शामिल है। मेट्रो ट्रेन से नदी के नीचे 520 मीटर की दूरी को केवल 45 सेकंड में पार करने की उम्मीद की जा रही है।

ग्रीन लाइन मेट्रो पर है यह टनल

अंडर वाटर मेट्रो रूट कोलकाता मेट्रो की ग्रीन लाइन पर स्थित है जो 16.6 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर है। यह ईस्ट कोलकाता में आईटी हब साल्ट लेक सेक्टर पांच और वेस्ट में हावड़ा मैदान को जोड़ता है। यह रूट सियालदह और एस्प्लेनेड से होकर गुजरता है। इस कॉरिडोर का पहला फेज सेक्टर पांच से सियालदह के बीच है। वर्तमान में यह ऑपरेशनल है।

दिल्‍ली के चावड़ी बजार मेट्रो से भी गहराई पर है यह मेट्रो

अभी तक दिल्ली मेट्रो का चावड़ी बाजार मेट्रो स्टेशन सबसे गहराई में था। यह करीब 28 मीटर जमीन के नीचे है। लेकिन हावड़ा मेट्रो स्टेशन करीब 33 मीटर जमीन के अंदर है। यानी 11 मंजिली इमारत की ऊंचाई के बराबर गहराई में यह मेट्रो स्टेशन बनाया गया है, जो देश का सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बच्चों के साथ मेट्रो में की यात्रा

इसके अलावा पीएम मोदी ने ट्रेन में बच्चो के साथ यात्रा की और यात्रा करते हुए मेट्रो कर्मचारियों के साथ बातचीत भी की। ट्रेन में पीएम मोदी के साथ बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और डब्ल्यूबी एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद थे। इसके अलावा पीएम मोदी ने ट्रेन में यात्रा करते हुए मेट्रो कर्मचारियों के साथ बातचीत भी की। ट्रेन में पीएम मोदी के साथ बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और डब्ल्यूबी एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद थे।

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