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Bhai Dooj 2023 : 14 या 15 कब मनाया जा रहा भाई दूज? जानें भाई-बहन के इस खास दिन का इतिहास,साथ ही नोट कर लें तारीख और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली – Bhai Dooj 2023 : दिवाली के दो दिन यानी कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर हर साल भाई दूज मनाया जाता है। इस त्योहार को भाई दूज, भैया दूज, यम द्वितीया, भाई टीका, भ्रातृ द्वितीया कई नामों से जाना जाता है। इस साल ये दिन कब मनाया जाएगा, इसे लेकर लोगों के मन में काफी कन्फ्यूजन हैं। वैसे हर साल दिवाली (Diwali 2023) के अगले दिन गोवर्धन पूजा (Goverdhan Puja) और उसके अगले दिन भाई दूज होता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। तो चलिए जानके हैं  भाई दूज की तारीख, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त – 

जानिए कैसे हुई भाई दूज की शुरुआत

इसको लेकर मान्यता है कि इस पर्व को सबसे पहले यमी(यमुना जी)ने की थी। यमुना जी के भाई का नाम यम (यमराज) था। यम और यमी में काफी प्रेम था। एक दिन यम को अपनी बहन यमी की बहुत याद आ रही थी, वे अचानक से अपनी बहन के घर चलें गए। अचानक भाई को आता देख बहन काफी खुश हो गई। उन्होंने कई तरह के पकवान बनाए। इसके बाद वे अपनी बहन से विदा लेकर जाने लगे। तभी उनकी बहन ने उन्हें तिलक लगाकर मिठाई खिलाई और नारियल भेंट की। इसके बाद यम ने अपनी बहन से कहा कि वे उपहार स्वरूप एक वरदान मांग लें।

बहन ने भाई से मांगा ये वचन

इसके बाद बहन यम ने अपने भाई से कहा कि मेरे पास सबकुछ है, बस आपसे यह चाहिए कि आप साल में एक बार मुझसे मिलने जरूर आएं। यमराज ने अपनी बहन को बोला कि ऐसा ही होगा। मैं हर साल तुमसे मिलने एक बार जरुर आउंगा। सिर्फ मैं ही नहीं इस दिन जो भाई अपनी बहन के घर जाएगा और अपनी बहन से तिलक करेंगे तो उसकी उम्र लंबी हो जाएगी और उसके जीवन की हर समस्या दूर हो जाएगी।

यम द्वितीया के पीछे की कहानी

इस पर्व को लेकर यह भी कहा जाता है कि जिस दिन यम और यमी ने इस दिन के मनाने की शुरुआत की थी, उस दिन कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि थी। इस वजह से इस दिन को यम द्वितीया भी कहते हैं।

क्यों भाई को दिया जाता है नारियल?

इस दिन को लेकर ऐसी मान्यता है कि जब यम अपनी बहन के घर गए थे तो लौटते वक्त यमुना जी ने उसे नारियल देकर विदा किया था। इसके बाद से इस दिन बहनें अपने भाई को नारियल देकर विदा करती हैं। तभी से यह प्रथा चली आ रही है।

कब है भाई दूज 2023?

इस बार दिवाली 12 नवंबर को मनाई जाएगी, ऐसे में देखा जाए तो 14 नवंबर को भाई दूज होना चाहिए। लेकिन पंचांग के अनुसार, इस बार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि 14 नवंबर की दोपहर 02:36 बजे से शुरू होगी, जो 15 नवंबर की दोपहर 01:47 तक रहेगी। क्योंकि द्वितिया तिथि का सूर्योदय 15 नवंबर को होगा, इसलिए इसी दिन भाई दूज मनाया जाएगा।

भाई दूज 2023 शुभ मुहूर्त

  • भाई दूज का पर्व- 15 नवंबर 2023
  • भाई दूज शुभ मुहूर्त-  सुबह 10.45 से दोपहर 12.05 तक 

भाई दूज पूजा विधि

  • इस दिन सुबह स्नान करने के बाद यमराज का नमस्कार करें।
  • इसके बाद अपने भाई के मस्तक पर कुमकुम से तिलक करें।
  • बहन भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करें।
  • ऐसा करने से भाई के जीवन से हर समस्या दूर हो जाएगी।
  • बहन अपने भाई को मिठाई और उसकी पसंद का भोजन खिलाएं।
  • भाई अपनी बहन को उपहार दें।

( Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी ज्योतिषियों, पंचांग, धार्मिक मान्यताओं, धर्मग्रंथों से लेकर आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है। इसके अलावा किसी भी तरह की जिम्मेदारी republicnow.in नहीं लेगा।

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