India US Relations : टैरिफ को लेकर Plan-B पर काम करने लगा भारत, ट्रंप की धमकी को अब मिलेगा जवाब

India US Relations : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50% तक का टैरिफ लगाने की धमकी के बाद, भारत सरकार अब इस चुनौती का सामना करने के लिए अपने Plan-B पर काम कर रही है। यह टैरिफ खास तौर पर भारतीय निर्यात, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र, ऑटो पार्ट्स और कृषि उत्पादों पर गहरा असर डाल सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इन टैरिफ का असर भारत के करीब 70% यूएस निर्यात पर पड़ सकता है, जिससे आर्थिक वृद्धि में गिरावट की आशंका है।
भारत की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि “देशहित सर्वोपरि है, चाहे हमें भारी कीमत ही क्यों न चुकानी पड़े।” विदेश मंत्रालय ने इस कदम को अनुचित और दोहरे मानदंड वाला बताते हुए कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हित से समझौता नहीं करेगा।
Plan-B की मुख्य रणनीतियां
- ₹20,000 करोड़ का निर्यात सहायता पैकेज – एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा, टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन की लागत कम करना, ‘ब्रांड इंडिया’ को प्रमोट करना।
- बाजार विविधता – यूरोप, मध्य-पूर्व और अफ्रीका में नए निर्यात बाजार तलाशना, ताकि यूएस पर निर्भरता कम हो।
- आत्मनिर्भर भारत मिशन को गति – घरेलू उद्योग और लोकल ब्रांड को मजबूत करना, अमेरिकी ब्रांडों के बहिष्कार की मुहिम को बढ़ावा।
- राजनयिक प्रयास – यूएस के साथ रक्षा और व्यापार वार्ता को जारी रखते हुए, टैरिफ विवाद को सुलझाने के लिए बहुपक्षीय मंचों का इस्तेमाल।
चुनौतियां
- लगातार बदलती वैश्विक राजनीति
- यूएस-भारत व्यापार का बड़ा आकार (अमेरिका भारत का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है)
- घरेलू उद्योगों पर लागत का दबाव
“भारत का Plan-B साफ संकेत देता है कि देश अब अमेरिकी दबाव में झुकने के बजाय, अपने आर्थिक और रणनीतिक हितों को सुरक्षित रखने के लिए लंबी अवधि की नीति अपनाने जा रहा है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह रणनीति केवल नुकसान कम करने तक सीमित रहती है, या भारत को नए वैश्विक व्यापार अवसर भी देती है।”