लखनऊ : यूपी पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों के दायित्वों का दायरा बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 15 अक्टूबर से मिशन शक्ति के अगले चरण के अभियान की शुरुआत कर महिला बीट अधिकारियों को क्षेत्र में अधिक सक्रिय किए जाने की योजना हैं।
महिला बीट अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी महिलाओं को जोड़ेंगी और उनसे संवाद बढ़ाएंगी। यूपी पुलिस शक्ति दीदी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर महिलाओं काे उनके अधिकारों व सुरक्षा के प्रति जागरूक करेंगी।
वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद जिलों में एसओ महिला थाना के अलावा एक अन्य थाने पर महिला थानाध्यक्ष की तैनाती का सिलसिला भी शुरू हो गया है। एसपी जैनपुर अजय पाल शर्मा ने सोमवार रात ही सुरेरी थाने की कमान महिला निरीक्षक प्रियंका सिंह काे सौंप दी।
पिछले 6 सालों में 1.55 लाख से अधिक पदों पर हुई भर्ती
यूपी पुलिस में बीते छह वर्षाें में दारोगा व सिपाही समेत अन्य पदों पर यूपी पुलिस में 1.55 लाख से अधिक पदों पर भर्ती हुई है। इनमें 22,184 महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। वर्तमान में लगभग 35 हजार महिला पुलिसकर्मी हैं, जिनमें 328 महिला निरीक्षक हैं। महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ने के साथ ही अब उनके दायित्वों को भी बढ़ाया जा रहा है।
विशेषकर फील्ड में उनकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए यूपी 112 की पीआरवी में भी उनकी तैनाती की जा रही है। प्रदेश में पीएसी की महिला बटालियन की स्थापना का निर्णय भी इसी कड़ी का हिस्सा है। मिशन शक्ति के अगले चरण में महिला बीट अधिकारियों के दायित्वों को विस्तार दिया जाएगा।
इसके लिए सभी पुलिस कमिश्नरेट व जिलों में तैनात महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को यूपी 112 मुख्यालय में मास्टर ट्रेनर का विशेष प्रशिक्षण कराया गया था और उन्हें अपने-अपने जिले में महिला बीट अधिकारी को शक्ति दीदी के रूप में तैयार किए जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अब नवरात्र से आरंभ हो रहे अभियान के तहत महिला बीट अधिकारी अपने क्षेत्र में चौपाल का आयोजन भी करेंगी। महिला अपराध के मामलों में पीड़िताओं की काउंसिलिंग भी कराई जाएगी।
लोक शिकायत में फिसड्डी रहे थाने
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार रात जब कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक की तो लोक शिकायत में पीछे रहे जिलों व थानों की पोल भी खुल गई। सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले 10 थानाें में बलिया का खेजुरी व मनियार थाना, रायबरेली का महिला थाना, जौनपुर का जलालपुर थाना, औरैया का कुदरकोट व संभल का जुनवाई थाना, प्रयागराज का करेली, घूरपुर व कीडगंज थाना तथा औरैया का ऐरवाकटरा थाना शामिल थे।
सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले 10 थानों में हरदोई की कोतवाली सिटी, लखीमपुर खीरी कोतवाली, हरदोई की कोतवाली देहात व उन्नाव कोतवाली, हरदोई का पिनहा थाना, बाराबंकी कोतवाली, बहराइच की कोतवाली देहात, हरदोई का बिलग्राम थाना, बहराइच का फखरपुर थाना व हरदोई का शाहबाद थाना रहा।
अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिले
लोक शिकायतों के निस्तारण में अलीगढ़, श्रावास्ती, सोनभद्र, हमीरपुर, कुशीनगर, फर्रुखाबाद, कासगंज, चित्रकूट, भदोही व हाथरस के एसएसपी व एसपी का प्रदर्शन अच्छा रहा। जबकि बरेली, लखनऊ, फतेहपुर, झांसी, आयोध्या, एटा, हापुड़, आजमगढ़, संतकबीरनगर व मीरजापुर पीछे रहे।