नई दिल्ली – World Heart day : आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी अब और तेजी से बदलती जा रही है। साथ ही इसका असर हमारी सेहत पर भी दिखने लगा है। तो वहीं इन दिनों लोगों पर काम का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में काम के बढ़ते बोझ और जीवनशैली में हो रहे तेजी से बदलाव की वजह से लोग अक्सर कई हेल्थ समस्याओं का शिकार होते जाते है। इन दिनों स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए हमारा शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होना जरूरी है। हालांकि, काम और अन्य समस्याओं की वजह से लोग अक्सर स्ट्रेस का शिकार होने लगे हैं, जिसका सीधा असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी दिखाई देने लगा है।
इसके अलावा स्ट्रेस हमारे दिल की सेहत के लिए भी काफी नुकसानदेय होता होता है। हमारा दिल शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है तो ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart day ) मनाया जाता है।
दिल पर कैसे असर करता है स्ट्रेस?
स्ट्रेस के प्रभाव के बारे में डॉक्टर बताते हैं कि तनाव ह्रदय से संबंधित बीमारियों का एक सबसे बड़ा कारण माना जाता है। बल्कि लोग इस बात से अनजान रहते है कि ज्यादा स्ट्रेस उनके दिल की सेहत के लिए बहुत हानीकारक होता है। स्ट्रेस की वजह से हेल्दी हार्ट भी बीमारी की चपेट में बहुत जल्दी आ जाता है। बल्कि यह दिल की बीमारियों के लिए एक बहुत बढ़ा रिस्क फैक्टर भी है। जानकारी के अनुसार जब हम रोजमर्रा के जीवन में बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने लगते है, तो हमारे सोचने की क्षमता समय के साथ बदलती जाती है। इस बदलाव का प्रभाव नकारात्मक रूप से हमारे दिल पर काफी तेजी से पड़ता है।
कई समस्याओं की वजह है स्ट्रेस
लगातार स्ट्रेस लेने की वजह से दिल भी लगातार बीमार होता जाता है। इस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, सूजन हो जाती है और हमे पता भी नहीं चलता है। ऐसे में दिल को सुरक्षित रखने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट करना काफी जरूरी हो जाता है। साथ ही शारीरिक सेहत के साथ मेंटल हेल्थ का ध्यान भी रखना जरूरी है। स्ट्रेस मैनेज करने के लिए जरूरी है कि पहले इसकी वजह का पता लगाया जाए। इन टिप्स की मदद से आप अपने हार्ट को सुरक्षित रख सकते है।
- सबसे पहले किसी भी चीज से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है स्वस्थ भोजन।
- डेली कार्यों की प्राथमिकता सूची बनाएं, ताकि सही तरीके काम पूरा हो सके और आप दबाव महसूस न करें।
- इसके अलावा एक्सरसाइज भी करें, साथ ही भरपूर नींद लें और अगर आप तनावग्रस्त महसूस कर रहे हैं तो अच्छे से आराम करें।
- किसी एक ही घटना के बारे में बार-बार ना सोचें इससे भी स्ट्रेस बड़ जाता है।
- किसी जानकार की मदद से कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
- ज्याद परफेक्शन की आदत से बचें, क्योंकि इससे भी बहुत स्ट्रेस बड़ जाता है।
- अपनी कमियों पर दुखी होने की बजाय उसमे सुधार करने की कोशिश करें।
- दूसरों की हर बात पर रिएक्ट करने की आदत से बचें।