नई दिल्ली – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में उन्होंने कहा, सभी नागरिकों की ओर से, मैं राष्ट्रपिता को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने सभी देशवासियों से अपने विचारों, भाषण और कार्यों में महात्मा गांधी के मूल्यों और शिक्षाओं का पालन करने और कल्याण के लिए खुद को समर्पित करने की भी अपील की।
राष्ट्रपिता ने जीवन भर अहिंसा की लड़ाई लड़ी
राष्ट्र के नाम संदेश में उन्होंने कहा कि गांधीजी के सत्य और अहिंसा के आदर्शों ने दुनिया को एक नई राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता ने जीवन भर अहिंसा के लिए संघर्ष करने के साथ-साथ स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता और किसानों के अधिकारों के मुद्दे भी उठाए। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अपने जीवन में सामाजिक भेदभाव और अशिक्षा के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी।
गांधीजी ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया
राष्ट्र के नाम अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि गांधीजी ने हमें स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और एक बड़े आंदोलन का नेतृत्व किया। इस आन्दोलन ने इतिहास की दिशा बदल दी और हमें आज़ादी मिली।
विश्व के कई नेता राष्ट्रपिता के विचारों से प्रभावित
उन्होंने कहा कि विश्व के कई नेता गांधीजी के विचारों से प्रभावित थे। उन्होंने कहा, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, नेल्सन मंडेला, बराक ओबामा और दुनिया के कई अन्य राजनेता गांधीजी के विचारों से प्रभावित थे। गांधी जी की सशक्त एवं जीवंत विचारधारा विश्व के लिए सदैव प्रासंगिक रहेगी।
देश के कल्याण के लिए स्वयं को समर्पित करने का संकल्प लें- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में लोगों से एक बार फिर उनके विचारों पर चलने की अपील की और कहा कि गांधी जयंती के शुभ अवसर पर आइए हम सभी एक बार फिर देश के कल्याण के लिए खुद को समर्पित करने और राष्ट्रपिता की जिम्मेदारी को निभाने का संकल्प लें। राष्ट्र। अपने विचारों, वाणी और कार्यों में मूल्यों को शामिल करें।