नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण पर आधारित विभिन्न योजनाओं में हुई प्रगति पर चर्चा करने हेतु एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने दो करोड़ लखपति दीदी बनाने यानी स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) या आंगनबाड़ियों से जुड़ी दो करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने की बात कही थी। उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए योजनाबद्ध की गई विभिन्न उपायों का जायजा लिया।
सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में, प्रधानमंत्री ने 15000 महिला स्वयं सहायता समूहों को कृषि एवं संबंधित उद्देश्यों के लिए ड्रोन से लैस करने की बात कही थी। प्रधानमंत्री के सामने इसे लागू करने की दिशा में बनाई गई विभिन्न योजनाओं के बारे में विवरण प्रस्तुत किया गया, जिसमें महिला स्वयं सहायता समूहों के प्रशिक्षण से लेकर गतिविधियों की निगरानी तक शामिल है।
जन औषधि स्टोरों की संख्या बढ़ाने पर दिया था जोर
प्रधानमंत्री ने सस्ती दवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए देशभर में जन औषधि स्टोरों की संख्या वर्तमान में 10000 से बढ़ाकर 25000 करने की बात भी कही थी। बैठक में प्रधानमंत्री ने इस विस्तार को कार्यान्वित करने से संबंधित रणनीति की समीक्षा की। इस बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ-साथ अलग-अलग विभागों के बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
2047 तक भारत को विकसित बनाने का रखा है लक्ष्य
15 अगस्त के मौके पर लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इस समय हम जो फैसला लेंगे वे 1 हजार साल तक भारत की दिशा और भाग्य तय करेंगे। इसके साथ-साथ पीएम ने 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य भी देश के सामने रखा।
‘इतिहास में कुछ पल अमिट छाप छोड़ते हैं’
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि वो 10 साल का हिसाब दे रहे हैं। पीएम ने कहा था कि पहले गरीबों के लिए 90 हजार करोड़ रुपए खर्च होता था आज 4 लाख करोड़ रुपए खर्च होता है। पीएम ने कहा था कि इतिहास में कभी-कभी कुछ पल ऐसे आते हैं जो अमिट छाप छोड़कर जाते हैं।