Manipur Violence: जिरीबाम जिले में सोमवार (11 नवंबर 2024) को सीआरपीएफ के जवानों और कुकी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ में 11 उग्रवादी मारे गए। मुठभेड़ उस समय हुई जब उग्रवादियों ने सीआरपीएफ के एक शिविर पर हमला किया। इस मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ जवान घायल हो गया, जिसे हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया है।
लगातार हमले, इम्फाल घाटी में बढ़ा तनाव
सोमवार सुबह इम्फाल ईस्ट जिले में पहाड़ी इलाकों से उग्रवादियों ने गोलीबारी की, जिसमें एक किसान घायल हो गया। यह हमला घाटी में काम कर रहे किसानों पर कुकी उग्रवादियों के लगातार तीसरे दिन हमला करने का हिस्सा था। किसान को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और उसकी हालत स्थिर बताई गई है। इसके पहले शनिवार को एक महिला किसान की हत्या कर दी गई थी, जिससे इलाके में तनाव और बढ़ गया।
मणिपुर में जातीय संघर्ष का लंबा इतिहास
मणिपुर में मई पिछले साल से चल रही जातीय हिंसा में अब तक दो सौ से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। यह संघर्ष मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हो रहा है। राज्य में कुकी, नगा और मैतेई समुदायों के बीच लंबे समय से तनाव है, जिसमें स्वतंत्रता, पहचान और स्वशासन की मांगें भी जुड़ी हुई हैं। 1990 के दशक से मणिपुर में उग्रवादी संगठनों का उभार हुआ, जिससे राज्य में हिंसा और अस्थिरता बढ़ी है।
उग्रवादियों ने किया किसानों पर हमला
आपको बता दे की इस बीच हथियारबंद उग्रवादियों ने जिले के बोरोबेकरा उपखंड में स्थित कई दुकानों को आग लगा दी। उग्रवादियों ने दोपहर करीब 2.30 बजे बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन की ओर कई राउंड फायरिंग की और जकुराडोर करोंग की ओर बढ़ते हुए आगजनी की। सोमवार की सुबह मणिपुर के इम्फाल पूर्वी जिले में खेतों में काम कर रहे एक किसान को उस समय चोटें आईं, जब उग्रवादियों ने पास की पहाड़ियों से गोलीबारी की।