IAS रानू साहू छत्तीगसगढ़ की महिला अफसर हैं। उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लांड्रिग केस में गिरफ्तार कर लिया है। ED ने छत्तीसगढ़ में 18 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान आईएएस अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया गया। सूत्रों ने दावा किया कि पीएमएलए मामला कथित चावल घोटाले से जुड़ा हो सकता है।
साहू के अलावा ईडी की टीम ने प्रदेश कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल के परिसरों की भी तलाशी ली। तलाशी अभियान के दौरान ईडी टीमों को CISF कर्मी सहायता प्रदान की जा रहे थे। शुक्रवार को ईडी ने रायपुर के देवेंद्र नगर में अग्रवाल और साहू के परिसरों की तलाशी ली। ईडी की एक और टीम कोरबा नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे के ठिकाने पर देखी गई।
दरवाजे पर ताला लगा हुई छानबीन
छापेमारी के दौरान सीआईएसएफ जवानों ने किसी को भी घर के अंदर नहीं जाने दिया। मुख्य दरवाजे पर ताला लगा दिया गया और फिर ईडी की टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया।
गौरतलब हो कि 18 जुलाई को शीर्ष अदालत ने ईडी को 2,000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की गहन जांच करने का निर्देश दिया था।
कौन हैं IAS रानू साहू
- चलिए अब जानते हैं IAS रानू साहू के बारे में….
2010 बैच की छत्तीसगढ़ की आईएएस अफसर रानू साहू को ईडी की टीम ने हिरासत में लेकर रायपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उन्हें 25 जुलाई तक ईडी की रिमांड दी है। प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों ने उनकी 14 दिन की रिमांड मांगी थी। शुक्रवार देर रात तक रानू साहू के देवेंद्र नगर स्थित सरकारी आवास में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी। इस छापेमारी में मिले अहम सबूतों के मुताबिक रानू साहू करोड़ों रुपए के हेर-फेर में शामिल थीं, फिलहाल मामले की जांच जारी है।
रानू साहू छत्तीसगढ़ की दूसरी IAS ऑफिसर हैं जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया। इससे पहले आईएएस समीर विश्नोई गिरफ्तार हो चुके हैं और कोल स्कैम के मामले में फिलहाल रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद है। रानू साहू वर्तमान में कृषि विभाग में संचालक के पद पर पदस्थ थीं। इससे पहले रानू रायगढ़ जिले की कलेक्टर रह चुकी हैं।
मायके में भी पड़ा छापा
पिछले साल ED ने मनी लॉन्ड्रिंग और कोल अवैध वसूली मामले में रानू साहू के कलेक्टर रहते हुए छापेमारी कार्रवाई की थी। रानू साहू के मायके में ED के अधिकारियों ने दबिश दी थी। साहू के गांव पाण्डुका, गरियाबंद जिले में छापा पड़ा था। साहू के परिजन राजनीति से जुड़े हैं।
जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और कांग्रेस नेता शैलेंद्र साहू के घर टीम घुसी थी। लक्ष्मी साहू कलेक्टर रानू साहू की मां हैं। वहीं शैलेंद्र साहू उनके चचेरे भाई हैं। मैनपुर में एक 12 एकड़ के तालाब के भी इस परिवार के नाम होने की जानकारी सामने आई थी, क्योंकि इसकी प्रारंभिक रजिस्ट्री में परिवार का नाम था।