मुम्बई : दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर से मानसून 2023 (Monsoon 2023) 19 अक्टूबर को विदा हो चुका है और ठंड ने उत्तर भारत में दस्तक देना शुरू कर दिया है। इस बीच अरब सागर के ऊपर एक क्षेत्र विकसित हुआ है, जो शनिवार शाम तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। इसे चक्रवाती तूफान ‘तेज’ नाम दिया गया है।
भारत पर असर होने के आसार कम
उधर, मौस्म विभाग की ताजा जानकारी में यह भी बताया जा रहा है कि इससे भारत के किसी राज्य पर कोई असर नहीं पड़ेगा, बर्शर्ते यह तूफान ‘तेज’ रास्ता नहीं भटक जाए। बावजूद इसके मुंबई के लिए IMD ने अलर्ट जारी किया है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर ने जानकारी दी है कि ग्लोबल फोरकास्ट सिस्टम मॉडल के मुताबिक तूफान पाकिस्तान और गुजरात तट की ओर भी मुड़ सकता है। मौसम विभाग पहले ही अलर्ट जारी कर चुका है कि मुंबई में चक्रवात का असर ज्यादा हो सकता है, ऐसे में मछुवारों को भी आगाह किया गया है कि वे समुद्र तट पर नहीं जाएं।
आखिर क्यों रखा ‘तेज’ नाम
उधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological) के अनुसार, इस वर्ष अरब सागर में यह दूसरा चक्रवाती तूफान होगा। IMD के मुताबिक, हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए जो फॉर्मूला अपनाया गया है, उसके अनुसार, इसे ‘तेज’ तूफान कहा जाएगा।
रविवार को बढ़ा सकता है मुसीबत !
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को चक्रवाती तूफान के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के साथ ही ओमान के दक्षिणी तटों और यमन की ओर बढ़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि तूफान कभी-कभार अनुमान के रास्ते से भटक भी जाते हैं। इसका ताजा उदारण बिपरजॉय है।
मौसम विज्ञानियों को डर, रास्ता न भटक जाए ‘तेज’
यहां पर बता दें कि इसी साल जून में बिपरजॉय तूफान अरब सागर में बना था और फिर उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने के बाद अचानक गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था। ऐसे में मौसम विज्ञानी सशंकित हैं कि कही ‘तेज’ भी रास्ता न बदल ले।
गहरे दबाव में बदल सकता है तूफान
मौसम का पूर्वानुमान जताने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, यह तूफान पाकिस्तान और गुजरात तट की ओर जा सकता है। दरअसल, दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर के आसपास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक गहरे दबाव में बदल जाने की संभावना बन रही है।
गुजरात पर नहीं पड़ेगा असर
उधर, चक्रवाती तूफान के दौरान हवा की रफ्तार 62-88 किमी प्रति घंटे की हो सकती है, वहीं, हवा की गति 89-117 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने पर इसे गंभीर चक्रवाती तूफान कहा जाएगा। उधर, मौसम विज्ञानियों का यह भी कहना है कि अरब सागर से उठ रहे इस चक्रवाती तूफान का गुजरात पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यमन की ओर बढ़ सकता है तूफान
उधर, अहमदाबाद स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती का कहना है कि रविवार (22 अक्टूबर) की शाम तक इसके भीषण चक्रवाती तूफान का रूप लेने और दक्षिणी ओमान व यमन तट की ओर बढ़ने की आशंका बन रही है।