Bollywood actor Cyber Fraud: देश में पिछले कुछ समय से साइबर फ्रॉड की बाढ़ सी आ गई है। साइबर ठगों के जाल में आम आदमी से लेकर बड़ी हस्तियां हर कोई फंस रहा है। यह ठग इतने शातिर तरीके से ठगी को अंजाम देते हैं कि आपको भनक तक नहीं लगती। आपको ठगे जाने का एहसास जब होता है तब तक आपका नुकसान हो चुका होता है। पुलिस भी इन साइबर अपराधियों के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। तमाम कोशिशों और प्रयासों के बाद भी इन पर लगाम नही लग पा रही है।
बॉलीवुड एक्टर और एक्ट्रेस अक्सर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं। ऐसी ही एक घटना बॉलीवुड एक्टर आफताब शिवदसानी के साथ हुई। अपने बैंक अकाउंट को सस्पेंड होने से बचाने के लिए आफताब ने KYC लिंक करने की कोशिश की इस चक्कर में खाते से लाखों की धनराशि गायब हो गईम पैसे कटने के बाद एक्टर ने बैंक के ब्रांच मैनेजर से संपर्क किया और उन्हें पुलिस में शिकायत करने की सलाह दी गई। फिलहाल बांद्रा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
साइबर फ्रॉड के शिकार एक्टर
ऐसा ही कुछ हुआ मुंबई की रहने वाली श्वेता मेनन के साथ. श्वेता पेशे से एक टीवी कलाकार हैं। उन्हें दो मार्च की तारीख को एक एसएमएस प्राप्त हुआ जिसमें उन्हें KYC अपडेट न करने पर बैंक खाते बंद होने का डर दिखाया गया। हड़बड़ाहट में श्वेता वहीं गलती कर बैठी जो उन्हें नहीं करनी थी। लिंक पर क्लिक करने की गलती से श्वेता को 57,636 रुपय का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। रिसीव हुए टेक्स्ट मैसेज में KYC अपडेट नहीं कराने पर अकाउंट सस्पेंड करने की बात कही गई थी।
इससे पहले जैकी श्रॉफ की पत्नी आयशा श्रॉफ भी साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गई थीं और उन्होंने 58 लाख रुपये की ठगी के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। पिछले साल, बैंक KYC डिटेल अपडेट करने के बहाने अभिनेता अन्नू कपूर से ₹4 लाख की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था।
क्या है फ्रॉड करने का नया तरीका?
दरअसल KYC अपडेट के नाम पर हो रही इस ठगी में अपराधी सबसे पहले लोगों को SMS के माध्यम से यह संदेश भेजते हैं की उनका PAN कार्ड और KYC अपडेट न होने के कारण उनका बैंक अकाउंट बंद होने वाला है। अगर इससे बचना चाहते हैं तो SMS में दिए गए लिंक पर क्लिक कर अपनी बैंक डिटेल्स अपडेट करवाएं। ऐसे में जब नागरिक दिए लिंक पर क्लिक करते हैं तो वह एक नकली ऑनलाइन बैंक पोर्टल पर पहुंच जाते हैं। जहां ओ.टी.पी (OTP) बैंक खातों की जानकारी समेत अन्य डिटेल्स भारे जाने को कहा जाता है। ऐसा करते ही ग्राहकों के बैंक खाते से हजारों लाखों की रकम साफ हो जाती है।
ठगों तक पहुंचना नहीं है आसान
बीते दिनों जामताड़ा स्टाइल (Jamtara style) में डीएमके सांसद दयानिधि मारन साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि उन्होंने न किसी के साथ अपना ओटीपी शेयर किया था न ही किसी लिंक पर क्लिक किया था। इसके बावजूद वे साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गए। इस गैंग तक पहुंचना आसान नहीं है।
सायबर सेल (cyber-cell) की एक टीम बनाई गई है, जिसमे अभी तक 300 मोबाइल नम्बर की पहचान हुई है। हालांकि इन नम्बरों की संख्या हजारो में हो सकती है क्योंकि लाखों लोगों को ये मेसेज आ रहे है। गैंग कहां से ऑपरेट हो रही है? कितने लोग इसमे शामिल हैं? ये अभी कहना मुश्किल है लेकिन ये गैंग एक पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है।