नई दिल्ली – Chhath Puja 2023 : हिंदू धर्म में छठ पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन संतान की लंबी उम्र, उत्तम स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य के लिए व्रत रखा जाता है। ये व्रत सबसे ज्यादा कठिन माना जाता है, क्योंकि 36 घंटों पूरे नियमों का पालन करते हुए निर्जल ये व्रत रखा जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत इस साल 17 नवंबर 2023 (Chhath Puja Date) से नहाय खाय के साथ हो रही है। छठ पूजा में नहाय खाय (Nahay-Khay 2023 Date) का महत्व अत्याधिक है। तो आइए जानते हैं इस दिन क्या-क्या किया जाता है।
छठ पूजा का पहला दिन- (नहाय खाय)
छठ का पर्व पूरे चार दिनों तक चलता है और पहले दिन नहाय खाय होता है। इस दिन महिलाए सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद सूय को जल चढ़ाती हैं और सात्विक भोजन करती है। इस दिन कद्दू की सब्जी, लौकी चने की दाल और चावन खाया जाता है। इस दिन सबसे पहले वो महिलाएं खाना खाती है जो व्रत रखने जा रही है। इस दिन भूलकर भी लहसून और प्याज नहीं खाना चाहिए।
नहाय-खाय सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- छठ पूजा चार दिन तक चलता है।
- इसका पहला दिन नहाय-खाय होता है।
- इस साल नहाय-खाय 17 नवंबर को है।
- इस दिन सूर्योदय सुबह 06.45 मिनट पर होगा और सूर्यास्त का समय- शाम 05. 27 मिनट रहेगा।
- जानकारी के लिए आपको बता दें कि, छठ का व्रत महिलाओं के अलावा पुरुष भी रख सकते हैं।
नहाय खाय के नियम
- छठ के पहले दिन सुबह स्नान करके नए कपड़े पहने।
- इस दिन नारंगी सिंदूर लगाने के बाद प्रसाद बनाया जाता है।
- इस दिन एक समय ही भोजन किया जाता है।
- शाम को फलहार किया जाता है।
- छठी मैया और सूर्य देव को भोग लगाने के बाद ही भोजन ग्रहण करें।
- इसी दिन खरना की तैयारी भी की जाती है।
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