लखनऊ – कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के 2,500 संविदा कर्मियों को तीन महीने का सेवा विस्तार दिया गया है। 53 जिलों में कोरोना की बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल)-टू लैब और सभी जिलों में कोविड अस्पतालों में कार्यरत इन कर्मचारियों की 31 मार्च तक सेवा अवधि बढ़ा दी गई है।
सेवा विस्तार के आदेश जारी
एनएचएम की मिशन निदेशक पिंकी जोवेल की ओर से इनके सेवा विस्तार के आदेश जारी कर दिए गए हैं। लैब टेक्नीशियन, नान मेडिकल साइंटिस्ट, कंप्यूटर आपरेटर, डॉक्टर व स्टाफ नर्स इत्यादि शामिल हैं।
कोविड जांच बढ़ाने के निर्देश
कोरोना के नए वेरिएंट से बचाव के लिए प्रदेश में सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं। सभी जिलों को कोविड जांच बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और एयरपोर्ट, बस व रेलवे स्टेशनों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। कोरोना रोगियों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजे जा रहे हैं। फिलहाल बचाव के लिए प्रदेश पूरी तरह तैयार है। जल्द मॉक ड्रिल कर तैयारियों को परखा जाएगा।
स्क्रीनिंग को शुरू करने के निर्देश
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की ओर से इस बारे में निर्देश दिया गया है कि कर्मचारियों का सेवा विस्तार हुआ है। नए वेरिएंट से बचने के लिए एक बार फिर जांच व स्क्रीनिंग को शुरू किया गया जा रहा है। साथ ही अस्पतालों में मरीजों की भर्ती को लेकर भी व्यवस्था की गई है। एनएचएम की मिशन निदेशक पिंकी जोवेल ने इनके सेवा विस्तार के आदेश जारी किए हैं। लैब टेक्नीशियन, नान मेडिकल साइंटिस्ट के साथ ही कंप्यूटर आपरेटर, डॉक्टर और स्टाफ नर्स आदि शामिल हैं।
नए वेरिएंट से बचाव
कोरोना के नए वेरिएंट से बचने के लिए प्रदेश में हर तरह के उपाय किए जा रहे हैं। हर एक जिलों को कोविड जांच बढ़ाने तक के निर्देश जारी कर दिए गए हैं साथ ही एयरपोर्ट, बस और रेलवे स्टेशनों पर भी तेजी से स्क्रीनिंग हो रही है। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कोरोना रोगियों के सैंपल केजीएमयू भेजे जा रहे हैं। हालांकि बचाव के लिए यूपी पूरी तरह तैयार है। मॉक ड्रिल कर तैयारियां परखने का काम चल रहा है।